सोनभद्र कार्यालय
सोनभद्र। गुरमा फिडर से आघोषित बिजली कटौती को लेकर सलखन परी क्षेत्र के ग्रामीणों ने एक सर्वदलीय बैठक सलखन बाजार में आयोजित हुई जिसकी अध्यक्षता प्रधान मजनू शाह ने किया बैठक में मुख्य रूप से अघोषित बिजली कटौती , समय से सोन नहर से पानी ना छोड़ना एवं नहर की दुर्दशा को लेकर मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी श्यामाचरण गिरी उर्फ बबलू गिरी ने कहा कि बीजेपी की सरकार हर मोर्चे पर फेल है बेरोजगारी दिन दूनी बढ़ते जा रही है सरकार कहि रोजगार के लिए कल करखाने नही लगा रही है । जनपद सोनभद्र में एक क्रेशर व्यवसाय था जिसमें लाखों लाख परिवारो को रोजगार मिलता था सरकार उसकी भी कोई स्पष्ट नीति नहीं बनाई जिसे की सुचारू रूप से चल सके ।बीजेपी की सरकार जब बनी थी तो बिजली मंत्री द्वारा कहा गया था कि ग्रामीण क्षेत्रों को 18 घंटा बिजली मिलेगी एवं शहरी क्षेत्रों को 20 घंटा जबकि आज 6 महीने से 4 घंटा से ज्यादा बिजली ग्रामीणों को उपलब्ध नहीं हो पा रही है उसमें भी कभी-कभी सप्ताह भर नही महीनों बिजली गुल रहती है इस उमस भरी गर्मी में ग्रामीण व किसान परेशान है सरकार से लगातार मांग की जा रही पर सरकार इस पर ध्यान दे नही रही हैं । बबलू गिरी ने बताया कि नहर की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है कभी भी कोई बड़ी हादसा हो सकती है वही समाजसेवी कृष्णकांत गिरी उर्फ टॉम बाबा ने कहा कि बिजली दूज के चांद हो गई है चन्द घंटों के लिए लिए आती है और फिर चली जाती है ये आँख मिचौली का खेल सरकार कब तक खेलेगी। इस सरकार में अधिकारी मस्त जनता पस्त है। सभा को संबोधित करते हुए ग्राम प्रधान मजनू शाह ने कहा कि बिजली न आने से किसान परेशान है खेती कैसे करे । शिव कुमार पांडे रामलीला समिति के अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना महामारी में स्कूल बंद है बिजली गोल है सरकार कह रही है कि बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है । एक तो नेटवर्क की प्रॉब्लम दूसरे बिजली गुल।
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बच्चे कैसे पढ़े । देवनारायण गोंड पूर्व प्रधान खुर्शीद आलम ने भी बैठक में अपने अपने विचारों को रखा संचालन राजकुमार यादव उर्फ टप्पू यादव ने किया और सरकार से मांग किया कि बिजली समस्य का समाधान सरकार जल्द नही करती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय किया गया कि एक ज्ञापन जिलाधिकारी को दिया जाए और उसके बाद भी अगर बिजली कटौती नहर का जीर्णोद्धार नहीं हुआ तो बड़े से बड़े आंदोलन को करने पर हम लोग बाध्य होंगे।