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सोनभद्र (डॉ परमेश्वर दयाल श्रीवास्तव)

● नगवां विकास खण्ड के परिषदीय शिक्षक की कोरोना से हुई मृत्यु, बीवी भी संक्रमित

● शिक्षकों में घटना से विभाग के प्रति रोष का माहौल

● शिक्षक संगठनों ने शासन से मृतक परिवार को मुआवजा व विद्यालयों में 50 प्रतिशत उपस्थिति की मांग की

सोनभद्र। विकास खण्ड नगवां के प्राथमिक विद्यालय देवरीमय देवरा में कार्यरत परिषदीय शिक्षक इंदल कुमार की कोरोना संक्रमण के कारण असामयिक मृत्यु हो गयी। शिक्षक इंदल कुमार बीते 13 सितम्बर को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उनका इलाज एपेक्स हॉस्पिटल वाराणसी में चल रहा था लेकिन तबियत बिगड़ने पे आज रात में उनकी मृत्यु हो गयी। इस दुखद घटना की जानकारी मिलते ही जनपद के बेसिक शिक्षा परिवार में शोक की लहर दौड़ गयी। दिवंगत शिक्षक इंदल कुमार की पत्नी भी कोरोना से संक्रमित है तथा उनका भी वाराणसी के निजी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। शिक्षक इंदल के एक बेटा और एक बेटी है। बेटा स्नातक में तथा बेटी इंटर में पढ़ रही है।

इस मौके पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि शिक्षक इंदल कुमार की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हम सबके लिए दुःखद व कष्टदायक है। शिक्षक इंदल कुमार प्रतिदिन विद्यालय जाकर कार्य कर रहे थे इसलिए सरकार को उन्हें कोरोना योद्धा घोषित कर उनके परिवार को सरकार द्वारा निर्धारित सहयोग राशि ₹50 लाख देना चाहिए जिससे उनके परिवार का सही ढंग से जीवन यापन हो सके।
अटेवा जिलाध्यक्ष राजकुमार मौर्य ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक इंदल के परिवार को सरकार द्वारा हर संभव मदद दी जानी चाहिए तथा शिक्षकों व कर्मचारियों में संक्रमण के बचाव के लिए बीएसए सोनभद्र को शिक्षा निदेशक के आदेशानुसार शिक्षकों की भी 50% उपस्थिति सम्बन्धी आदेश जारी करना चाहिए जिससे शिक्षकों/ कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण के भय से मुक्त किया जा सके। इस मौके पर अटेवा प्रदेश प्रभारी रंजना सिंह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि हमे अपने को इस कोरोना काल में सुरक्षित रखते हुए कार्य करना चाहिए जिससे हम और हमारा परिवार भी सुरक्षित रह सके।
जिला सँयुक्त मन्त्री अटेवा सौरभ कार्तिकेय श्रीवास्तव ने इस लोमहर्षक घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस कोरोना का में हमारे सभी शिक्षक/शिक्षिकाएं के साथ- साथ उनके परिजनों के भी संक्रमण होने का खतरा बढ़ गया है।

प्राथमिक शिक्षक संघ घोरावल अध्यक्ष शिवशंकर, उपाध्यक्ष दिवाकर तिवारी, अटेवा घोरावल अध्यक्ष राजेश सिंह, उपाध्यक्ष राजेश बैस सहित कई शिक्षकों ने घटना पे शोक व्यक्त करते हुए शासन से मुआवजे के साथ
सभी शिक्षकों के संक्रमण से बचाव हेतु 50 प्रतिशत उपस्थिति को लागू करने की मांग की।