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सोनभद्र (डॉ परमेश्वर दयाल श्रीवास्तव)

सोनभद्रपूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के विघटन एवं निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में कार्य बहिष्कार का आयोजन कार्यालय उपखण्ड घोरावलपर किया गया। जिसमें उपखण्ड घोरावल के समस्त अधिकारी, कर्मचारी एवं संविदाकर्मी ने भाग लिया। विरोध सभा को सम्बोधित करते हुए उपखण्ड अधिकारी ने कहा वर्ष 2000 में उत्तरप्रदेश राज्य विद्युत परिषद के गठन के समय 77 करोड़ का घाटा था जो सरकार की गलत नीतियों एवं कुप्रबंधन के चलते साढ़े पच्चानबे करोड़ का हो गया।। ग्रेटर नोएडा और आगरा के फ्रेंचाइजी से उत्तरप्रदेश पॉवर कारपोरेशन को अरबो का घाटा प्रतिवर्ष हो रहा है। सरकार को इसपर पुनर्विचार करना चाहिए। विरोध सभा को सम्बोधित करते हुए विद्युत मजदूर पंचायत के जिला उप महासचिव संतोष कुमार गुप्त ने बताया कि यदि सरकार निजीकरण के उक्त प्रस्ताव को वापस नही लेती है तो 5 अक्टूबर को समस्त ऊर्जा निगमों के समस्त बिजलीकर्मी, जूनियर इंजीनियर एवं अभियंता पूरे दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सहित पूर्ण कार्य बहिष्कार करेंगे। यदि शांतिपूर्ण ध्यानाकर्षण कार्यक्रम के दौरान किसी भी कर्मचारी का उत्पीड़न किया गया अथवा किसी कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया तो बिना कोई नोटिस दिए तमाम बिजलीकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे और जेल भरो कार्यक्रम आरम्भ कर दिया जाएगा। विरोधसभा मे इं० अमित गुप्ता, विश्वनाथ, कमलेश कुमार, राजेंद्र प्रसाद, दिलीप, ओमप्रकाश, नंदलाल मौर्य, मोहन, दिनेश ,प्रदीप सहित कई कर्मचारी उपस्थित रहे संचालन संतोष गुप्त द्वारा किया गया।