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सोनभद्र कार्यालय

घोरावल। घोरावल नगर निवासी प्रीतम गुप्ता रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट बनकर माता पिता का नाम रोशन कर रही हैं।बेटी होने के बावजूद माता पिता का सहारा बनकर प्रीतम ने साबित कर दिया है कि बेटियां किसी भी मायने में बेटे से कम नही होती हैं।पिता की आर्थिक हालत ठीक न होने बावजूद उन्होंने कठिन संघर्ष करके यह मुकाम हासिल किया।आईईआरटी इलाहाबाद से डिप्लोमा करने के बाद सन 2008 में उनका रेलवे में चयन हुआ और वर्तमान समय में प्रीतम लखनऊ में रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट हैं।प्रीतम गुप्ता ने बताया कि वह चार बहनों और एक भाई में सबसे छोटी हैं। उनके पिता दिनेश कुमार उमर घोरावल कस्बे में छोटी सी पान की दुकान चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं।माली हालत खराब होने के बाद भी उनके माता पिता ने उन्हें पढ़लिखकर एक अच्छा मुकाम हासिल करने के लिए प्रेरित किया।भारतीय इंटर कालेज घोरावल में पढ़ाई के दौरान उनके शिक्षकों अनित पांडेय और रामानंद पांडेय ने पढ़ाई में उनकी बहुत मदद की।ग्रामीण परिवेश से होने के कारण शहर में आकर पढ़ाई करने और कैरियर के सम्बंध में मार्गदर्शन में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा।