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सोनभद्र कार्यालय

● महाराष्ट्र मे अपना धर्म निभा रहे दो पत्रकारों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने की कार्यवाही का ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन परिवार द्वारा किया जा रहा है पुरजोर विरोध

सोनभद्र। ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार आचार्य श्रीकांत शास्त्री जी ने कहा है कि कंगना रनौत एवं संजय राऊत के मामलों में कवरेज कर रहे दो पत्रकारों को महाराष्ट्र सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने की घटना लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को दबाने एवं खुलेआम हत्या है, महाराष्ट्र सरकार द्वारा इस प्रकार से पत्रकारों का किए जा रहे उत्पीड़न की जितनी भी घोर निंदा की जाए वह कम है।साथ ही शास्त्री जी ने यह भी कहा कि आघाडी सरकार जिस प्रकार से सच्चाई उजागर करने वाले पत्रकारों का उत्पीड़न करवा रही है और उन्हें गिरफ्तार करवा रही है
वह एक तानाशाही रवैया है। वहां की सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान भी गैरकानूनी ढंग से पत्रकारिता का धर्म निभा रहे पत्रकारों के खिलाफ अनुचित कार्यवाही किया गया था जिस पर PCI ने स्वत संज्ञान लेकर कड़ी फटकार लगाई थी एवं ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा भी महाराष्ट्र सरकार के पत्रकार विरोधी नीतियों का खुला विरोध किया गया था। श्री शास्त्री जी द्वारा स्पष्ट रूप से महाराष्ट्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा गया है की यदि तत्काल प्रभाव से पत्रकारों को रिहा नहीं किया गया एवं पूर्व में फर्जी ढंग से पत्रकारों पर लिखे गए मुकदमों को वापस नहीं लिया गया तो ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन परिवार द्वारा महामहिम राष्ट्रपति एवं मा. प्रधानमंत्री व वहां के महामहिम राज्यपाल एवं मा. अध्यक्ष भारतीय प्रेस परिषद को रजिस्ट्री पत्र एवं ज्ञापन के माध्यम से उचित कार्यवाही की मांग करते हुए पूरे देश में महाराष्ट्र सरकार का विरोध किया जाएगा।पिछली सरकारों द्वारा पास भवन को वर्तमान में बीएमसी द्वारा की जा रही कार्यवाही पक्षपात पूर्ण एवं कानून विरुद्ध व देश की जनता के आंख में धूल झोंकने जैसा है। इसी प्रकार से सुशांत सिंह केस मे की जा रही लीपापोती महाराज सरकार की पोल खोलकर रख दी है। श्री शास्त्री जी द्वारा पुनः दोहराते हुए कहा गया है कि उपरोक्त बातो पर ध्यान नहीं दिया गया तो ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन परिवार द्वारा संविधान की रक्षा करने व करवाने वाले चौथे स्तंभ के सिपाहियों/कलमकारो/मनिषियो/ राष्ट्र प्रेमियों के समर्थन में देशभर में धरना प्रदर्शन कर महाराष्ट्र सरकार के तुगलकी नीति का खुला विरोध किया जाएगा।