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मिर्जापुर। जनपद में एक सुबह आठ-नौ बजे के बाद फिर से गंगा के जलस्तर में एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की तेजी से बढ़ना शुरु हो गयी है। गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी से किनारों पर बसे गाँव के लोग और किसान संभावित बाढ़ को लेकर दहशत में हैं। बात करें दो दिन पहले 19 अगस्त 2020 दिन बुधवार को सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 68.990 मीटर दर्ज किया गया। बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम के हिसाब से गंगा के जलस्तर में इसी तरह बढ़ोतरी जारी रही तो निचले इलाके में बाढ़ का पानी आने वाले कुछ दिनों में प्रवेश कर जाएगा। जिला प्रशासन ने बाढ़ चौकियों पर तैनात लेखपालों को संभावित बाढ़ के मद्देनजर अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान कहा गया है कि किसी भी स्थिति में बाढ़ के दौरान किसी को दिक्कत न होने पाए। बीते दो दिनों से घट रहे गंगा के जलस्तर बुधवार को सुबह 8 बजे से बढ़ना शुरु हो गया है। गंगा के जलस्तर में एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से वृद्धि हो रही है।आपको बता दें बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक शाम को पांच बजे गंगा का जलस्तर 68.995 मीटर दर्ज किया गया था। वहीं मंगलवार को शाम 5 बजे गंगा का जलस्तर 68.880 मीटर पर पहुंच कर स्थिर हो गया था। इस बीच पूरी रात गंगा का जलस्तर स्थिर रहा लेकिन सुबह 8 बजे से एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से वृद्धि शुरु होते ही प्रशासन अलर्ट हो गया। वहीं कोन ब्लॉक के हरिसिंहपुर, लखनपुर, मवैया, सीखड़, मझवां, पहाड़ी और नरायनपुर ब्लाक के सैकड़ों गांवों के किसान फसलों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। लोगों का मानना है कि यदि गंगा के जलस्तर में इसी तरह से बढ़ोतरी बनी रही तो चंद दिनों में इन गांवों के सीमाओं में बाढ़ का पानी पहुँच जाएगा।