(सोनभद्र कार्यालय)
पिपरी। कहते है जिसका कोई नही उसका तो खुदा है यारों, बरसों से ही अक्सर यह गाना सुनने को आता है। आज इस गाने का सच देखने को मिला। आज भी लोगों के दिलों में इंसानियत जिंदा है। आज यह इंसानियत पिपरी चौराहे पर देखने को मिला। कोविड-19 लाकडाउन 4 भी शुरू हो चुका है। पर इस लाकडाउन में भी प्रवासियों का आना-जाना जोर शोर शुरू है। प्रवासियों का कहना है भूखे पेट रहने व अपनों से दूर रहकर मरने से अच्छा है अपनो तक यानी अपने घर तक पहुंचे। ऐसा ही नजारा पिपरी चौराहे पर देखने को मिला। लाकडाउन-4 के दौरान प्रवासी मजदूर जो कि महाराष्ट्र से रांची के लिए निकले थे जिनका हुजुम जनपद के पिपरी मे देखने को मिला इन प्रवासियों के हौसलों को देख पिपरी नगर के युवा समाजसेवी भी आगे आए और महाराष्ट्र से रांची जाने वाले मजदूर भाईयो के लिए एक छोटा सा प्रयास किया और डिस्टेंस का पालन करते हुए उनको जलपान की व्यवस्था कर उनका हौसला बढ़ाते हुए छोटे-छोटे बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने का प्रयास किया गया। जिसमे समाजसेवी क्रिनजल निलय सिंह उर्फ बाबू , सर्वेश सिंह, बब्बी सरदार, विक्की सरदार, जीत गुरमीत सिंह पिपरी वार्ड नंबर 12 के सभासद आफताब अहमद,मनोज लाला आदि रहे मौजूद।