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सोनभद्र कार्यालय

आये दिन तस्कर वेरोकटोक के कर रहे है तस्करी।

बभनी। थाना क्षेत्र में आये दिन भैस तस्करी का धंधा जोरो से फल फूल रहा है बिना रोकटोक और वेपरवाह होकर तस्कर अपने काम को अंजाम दे रहे है जैसे उन्हें किसी का खौफ ही नही है जबकि शासन का फरमान जारी हुआ था कि यूपी मे बूचड़खाने बंद हो लेकिन यह फरमान बेअसर साबित हुआ ।इस बात की चर्चा सरेआम चट्टी चौराहे पर सुनने और देखने को मिल सकता है वावजूद इसके किस कारण से प्रशासन मौन धारण किया है इस बात की भी चर्चाएं आम है ये आज ही नही बिगत कुछ सालो से धंधा चल रहा है और धंधा करने वालो का सिंडिकेट इतना बड़ा है कि कोई सामने आने से भी कतराते नजर आते है कि आखिरकार योगीराज मे इतना बड़ा हौसला बुलंद करके अपने तस्करी के काम को कैसे अंजाम दे रहे है यह लोगों को सोचने पर विवश कर दे रहा है ।बात यही तक नही जिस क्षेत्र से गांव से यह तस्वीरी का धंधा चल रहा है वहां के लोग भी हैरान व परेशान है और अपनी आवाज तक नही उठा सकते इतना बड़ा खौफ बन गया है ।और उसी खौफ के साये मे लोगों की आवाज दम घुट कर रह जा रही है
बताते चलें कि बभनी थाना से महज तीन चार किमी की दुरी पर स्थित बड़होड़ गांव मे तस्करों का जमावडा लगा रहता है और आये दिन भैसो से लदी गाडियां थाने के सामने से गुजरती नजर आती हैं लेकिन कोई कुछ नही कर पाता शिवाये देखने के । और अगर कुछ लोग आवाज उठाने का साहस भी करते है तो उनकी आवाज को दबा दिया जाता है जिससे इनके हौसले दिन प्रतिदिन बुलंद होते नजर आते है यही नही इन तस्करों का सिंडिकेट इतना बड़ा है कि आसपास के कुछ राज्यों मे भी सम्पर्क है और जब भैसों से लदी चौदह चक्का अठारह चक्का गाडियां निकलती है तो पिछे पिछे कुछ प्राइवेट गाडिय़ा भी सुरक्षा मे लगी नजर आती है और जिला पार कराती है इस स्थिति मे कौन हिम्मत जुटाये । जबकि क ई बार उन तस्करों मे से एक दो को जेल भी जाना पड़ा है चाहे यूपी हो .छत्तीसगढ़ हो या मध्यप्रदेश हो लेकिन बावजूद इसके इनके काम मे कोई बाधा नही आता । सब जानकर भी स्थानीय प्रशासन मौन है यह लोगों के समझ के परे है ग्रामीणों की माने तो इस सरकार मे भी भैस तस्करी का धंधा बेखौफ जारी है जबकि महज छ माह पूर्व ही भैस तस्करी के मामले मे छत्तीसगढ़ के थानों मे मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई थी जबकि ग्रामीणों से बात करने पर बताया गया कि हम सब गांव वाले परेशान है लेकिन हम कर भी क्या सकते है जिन्हें कार्रवाई करनी चाहिए वो लोग कार्रवाई करने की बजाय खुद ही मौन है यह चर्चाएं आम है लोगों ने जिलाधिकारी महोदय का ध्यान इस ओर प्रमुखता से आकृष्ट कराया है