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(सोनभद्र कार्यालय)

सोनभद्र । जनपद सोनभद्र से सटे जनपद वाराणसी के दवा मण्डी में दवा व्यवसायी के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद सोनभद्र जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है और आज आनन-फानन में जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत लॉकडाउन प्रभावी होने के कारण जनपदीय सीमा में जो भी मूवमेंट पास लेकर जाते हैं व अन्य जनपदों से होकर वापस आते हैं ऐसे व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण जनपदीय सीमा पर ही सुनिश्चित किया जायेगा और मेडिकल जाँच टीम की अपेक्षानुसार 14 दिन के होम क्वारंटाइन/इन्स्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य होगा। यह आदेश पास लेकर गैर जनपद से इस जनपद में आने वाले पब्लिक सर्वेन्ट्रा पर भी लागू होगा।

लॉकडाउन के दौरान मूवमेंट पास सहित जो वाहन अन्य जनपदों से सवारी बैठाकर जनपद सोनभद्र की सीमा में प्रवेश करते हैं, ऐसे वाहनों (मालवाहक वाहन सहित) को अग्रिम आदेश तक के लिए सीज करते हुए सम्बन्धित थाने की सुपुर्दगी में रखा जाएगा साथ ही उन वाहनों के सवारियों सहित वाहन चालक मय क्लीनर को भी 14 दिन के लिए कवरन्टाइन में रखा जाएगा। होम क्वारंटाइन एवं इन्स्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रखे गए व्यक्तियों के सम्बन्ध में सूचना (ग्रामीण क्षेत्र हेतु जिला पंचायतराज अधिकारी एवं औद्योगिक क्षेत्र में क्वारंटन किये जाने वाले व्यक्तियों हेतु औद्योगिक इकाई) द्वारा निर्धारित प्रारूप पर मुख्य चिकित्साधिकारी के कन्ट्रोल रूम ( सम्पर्क नं0 – 9044883432/9044853432 पर अनिवार्यतः उपलब्ध कराना होगा।जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि उक्त आदेश के किसी अंश का उल्लंघन पर धारा-144 द0प्र0सं0 एवं आई0पी0सी0 की धारा-188 आपदा प्रबन्धन अधिनियम-2005 की धारा-55 के तहत कार्यवाही की जाएगी।

जिला प्रशासन का यह निर्णय काफी देर से आया । मीडिया में पहले से इस बात को लेकर ख़बरें आ रही थी कि पड़ोसी जिला जाने वालों पर रोक नहीं लगी तो प्रशासन का सारा प्रयास बेकार चला जायेगा । प्रशासन लगातार लोगों से लॉक डाउन का पालन करने की अपील करता रहा लेकिन बाहर जाने वालों पर रोक नहीं लग पा रही थी । लोग किसी न किसी बहाने वाराणसी या अन्य जनपदों में जाना नहीं छोड़ रहे थे । ऐसे में वाराणसी में जिस तरह से कोरोना पॉजिटिव केस मिलना शुरू हुआ ऐसे में पड़ोसी जिलों के लिए यह चिंता का विषय है । बहरहाल जिला प्रशासन ने आज सख्ती दिखाते हुए आदेश जारी कर दिया है । अब देखने वाली बात यह है कि प्रशासन की अगली रणनीति क्या होगी ।