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राम अनुज धर द्विवेदी

सोनभद्र। नई पीढ़ी के नव निर्माण की बात बिना शिक्षक के अधूरी है । आधुनिक दौर में हमारे शिक्षक कैसी नई पीढ़ी चाहते हैं। बदलते परिवेश में क्या शिक्षक नई पीढ़ी के मनोविज्ञान को भलीभांति समझ पा रहे हैं, अथवा क्या शिक्षक नई पीढ़ी के प्रति अपने दायित्व बोध का सही निर्वहन कर रहे हैं, या फिर नई पीढ़ी शिक्षकों के प्रति अपने दायित्व का सही निर्वहन कर पा रही है? आखिर हम कैसा समाज बना रहे हैं? कैसी नई पीढ़ी बना रहे हैं? यह एक गंभीर विमर्श का विषय है! उपरोक्त बातों को न‌ई पीढ़ी पत्रिका के संपादक शिवेंद्र प्रकाश द्विवेदी ने कही। साथ ही द्विवेदी जी ने कहा कि इसीलिए ‘नई पीढ़ी के नव निर्माण में शिक्षकों की भूमिका’ विषय पर “नई पीढ़ी” व ‘राइटर्स एंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन’ साथ मिलकर देश भर के तमाम शहरों में शिक्षकों के बीच इस ऑनलाइन परिचर्चा को ले जा रही है । इस कालखंड में इन परिचर्चाओं के दौरान शामिल हुए विभिन्न शिक्षकों के विचारों को “नई पीढ़ी” द्वारा विशेषांक की शक्ल में प्रकाशित करने की योजना है । जिससे वर्तमान काल खंड में हमारा, देश, समाज व नई पीढ़ी उसमें अपना अक्स देख सके ! नई पीढ़ी के प्रदेश प्रभारी चन्द्र शेखर पाण्डेय ने कहा कि इस विषय पर एक वेबिनार का आयोजन रविवार को किया गया है जिससे देश के जाने माने विद्वान शिक्षकों द्वारा भाग लिया जाएगा। उपरोक्त कार्यक्रम से समाज में एक नई ऊर्जा मिलेगी, जिससे प्रेरित होकर अभिभावकों व बच्चों को न‌ई सीख मिलेगी। इस कार्यक्रम की अनेक लोगों द्वारा प्रशंसा किया जा रहा है।