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◆ शिकायत के बावजूद नही हो सकी कोई कार्रवाई

संवाददाता-मुकेश सोनी

म्योरपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के जामपानी गांव में वन भूमि पर हो रहे रामलीला स्थल पर अतिक्रमण को लेकर गांव में तनाव की स्थिति है।ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद अब तक कोई कार्यवाही न होने से उनमें नाराजगी व्याप्त है।ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर तत्काल अतिक्रमण हटाने की मांग की है।म्योरपुर थाना क्षेत्र के जामपानी गांव में बाजार के पास स्थित वन भूमि पर कई दशकों से रामलीला का मंचन किया जाता है।ग्राम पंचायत निधि से रामलीला मंचन के लिए स्टेज का निर्माण भी पूर्व में किया गया है।स्टेज वाले स्थल पर अतिक्रमणकारियों द्वारा घर बनाकर सीढ़ी और शौचालय का निर्माण कर दिया गया है, जबकि रामलीला देखने वाली जगह पर भी गोमती रख दी गई है।इसके अलावा रामलीला देखने वाले स्थान पर बालू और ईट रखकर अतिक्रमण करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।रामलीला समिति के अध्यक्ष, गांव, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य व वन समिति अध्यक्ष ने संयुक्त रूप से तहसील दिवस में मामले की शिकायत की है।जिसमें अतिक्रमणकारियों का नाम भी दिया गया है।सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने दुद्धी पहुंचकर तहसील दिवस ने मामले को उठाया था, लेकिन अब तक इस संबंध में कोई कार्यवाही न होने को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी व्याप्त है।ग्रामीणों का कहना है कि वन भूमि होने के नाते रेंज के अधिकारी आकर मुआयना कर जा चुके हैं, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कार्यवाही नही की जा सकती है।ग्रामीणों ने तत्काल अतिक्रमण मुक्त कराकर रामलीला में अवरोध उत्पन्न करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।अतिक्रमण के संबन्ध में उच्चाधिकारियों को पत्र भेजने वालों में ग्राम प्रधान जगिया देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेंद्र प्रसाद यादव, रामलीला समिति अध्यक्ष शिवदास, वन समिति अध्यक्ष रामनारायण, जगतनारायण, गोपाल, रघुवीर पनिका, कन्हैयालाल, जागेश्वर, हरिनारायण, दिलीप कुमार, दयाशंकर आदि ने तत्काल रामलीला मंचन स्थल को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की है।