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सोनभद्र (डॉ० परमेश्वर दयाल श्रीवास्तव)

सोनभद्र। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पत्र सूचना कार्यालय  वाराणसी की ओर से ग्रामीण मीडिया कार्यशाला के अंतर्गत वार्तालाप कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को नगर के वृंदावन गार्डन में संपन्न हुआ। इस दौरान घोरावल, शाहगंज और करमा के लगभग 4 दर्जन पत्रकारों ने कार्यशाला में प्रतिभाग किया। पत्रकारों और भारत सरकार के बीच संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से आयोजितकार्यशाला का शुभारंभ उपजिलाधिकारी सुशील कुमार यादव और नगर पंचायत अध्यक्ष राजेश कुमार के दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यशाला को संबोधित करते हुए एसडीएम श्री यादव ने फर्जी खबर को समाज के लिये बहुत बड़ा खतरा बताया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जितना समय किसी खबर को फारवर्ड करने में लगता उससे कम समय उसकी सत्यता जांचने में लगता है। इसलिए सही और अच्छी खबरें भेज समाज और देश के कल्याण में सहायक बनें।
नगर पंचायत अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि मीडिया राजनीतिज्ञों की प्राण है। ईश्वर उसे इतना बल प्रदान करे कि वह निर्भयता पूर्वक सच्ची वह अच्छी पत्रकारिता कर सकें। उन्होंने सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
खंड विकास अधिकारी रमेश कुमार यादव ने पीआईबी को धन्यवाद देते हुए कहा कि जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की सूचना मीडिया तक पहुंचाने में संस्था सेतु के रूप में कार्य करती है। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की ब्लॉक में स्थिति पर प्रकाश डाला।
यूनिसेफ के जिला समन्वयक संदीप श्रीवास्तव ने गर्भवती महिलाएं को दी जाने वाली सुविधाएं और टीकाकरण पर प्रकाश डाला।
आकाशवाणी ओबरा के केंद्र प्रभारी अजय प्रताप कटियार ने आकाशवाणी की उपयोगिता और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। एफओबी वाराणसी के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी डा. लालजी सिंह ने कहा की सरकारें जनता की बेहतरी के लिए विभिन्न योजनाएं बनाती हैं और उन्हें जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम संस्था बनती है।
क्षेत्रीय वन अधिकारी सुरजू प्रसाद ने घोरावल रेंज में वृक्षारोपण की स्थिति, मृदा संरक्षण और जल संरक्षण पर प्रकाश डाला।
महिला एवं बाल विकास विभाग के हरिमोहन प्रसाद ने महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए चलाई जा रही योजनाओं और उसकी स्थितियों पर प्रकाश डाला।
वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र अग्रवाल ने मीडिया क्षेत्र में संवाददाताओं की परेशानी को बखूबी उकेरा। कहा कि संस्थाएं पत्रकारों का शोषण बंद कर दे तो सच्ची और अच्छी पत्रकारिता का संप्रेषण ठीक प्रकार से हो सकेगा।
वरिष्ठ पत्रकार डॉ परमेश्वर दयाल श्रीवास्तव ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में उसी व्यक्ति को आना चाहिए जिसको भाषाई ज्ञान व सच लिखने का माद्दा हो।
वरिष्ठ पत्रकार अमरेश चंद्र ने विकास एवं ग्रामीण पत्रकारिता पर प्रकाश डाला।
वरिष्ठ पत्रकार सुनील तिवारी ने ग्रामीण पत्रकारिता और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने पत्रकारिता में त्रुटियों का ध्यान रखने व शब्दों के चयन की जानकारी के लिए पत्रकार को जागरूक किया।
मंच संचालन डीएफपी वाराणसी के एफपीओ डा. लालजी, मंत्रालय एवं पसूका के बारे में प्रस्तुतीकरण और अतिथियों का स्वागत पत्र सूचना कार्यालय के मीडिया एवं संचार अधिकारी और कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रशांत कक्कड़ ने किया। इस दौरान कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले ग्रामीण पत्रकारों को प्रमाण पत्र एवं शासन की उपलब्धियों की पुस्तिका और लेखनी प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने पसूका वाराणसी के सत्येंद्र कुमार, शिव कुमार झा, श्रीराम प्रजापति और बीरबल पाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।