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मिर्जापुर। कश्मीर के बारामूला में आतंकवादियों से चल रही मुठभेड़ के बीच रवि सिंह ने अदम्य साहस का परिचय दिया। छिपकर ताबड़तोड़ गोलेबारी कर रहे तीन आतंकवादियों का मुंह तोड़ जवाब देते हुए मिर्जापुर का लाल बिना अपनी जान की परवाह किए दहशतगर्दों के काफी करीब पहुंच गया, तभी उनको गोली लग गई थी। आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रवि और उनको कवर फायर दे रहे उनके एक साथी सैनिक को भी गोली लगने के बाद उनके शरीर को आतंकवादियों ने अपने कब्जे में ले लिया। मंगलवार की शाम को आतंकवादियों के खात्मे के बाद शव को सेना ने अपने कब्जे में लिया। इसके बाद उनका पोस्टमार्टम कराया गया और शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया।

शहीद का शव बुधवार को उनके पैतृक गांव लाए जाने की संभावना है। देर शाम पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने परिजनों से मुलाकात की। साथ ही शहीद का शव आने के बाद उनके अंतिम दर्शन के लिए गौरा के रामलीला मैदान में रखने पर सहमति बनी। मंगलवार को रवि के साथी सैनिक से फोन पर हुई वार्ता में उन्होंने परिजनों को बताया कि सोमवार को वीरता का परिचय देते हुए आतंकवादियों का मुंह तोड़ जवाब देते समय रवि को गोली लग गई थी। उनके एक साथी को भी गोली लगी। दोनों के शरीर को आतंकवादियों ने अपने कब्जे में कर लिया। जब सेना ने मंगलवार को आतंकवादियों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया तब रवि के शव को कब्जे में लिया गया। परिजनों ने बताया कि रवि के शव को बुधवार को लाया जाएगा। जब वहां से शहीद के शव को लेकर रवाना होंगे तो सूचना दे दी जाएगी। वहीं दूसरी ओर आधिकारिक पुष्टि न होने के बावजूद प्रशासन भी शहीद के अंतिम दर्शन व अन्न प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुट गया है। देर शाम जिगना पहुंचे तहसीलदार सदर ने परिजनों से मुलाकात की और कागजी कार्यवाही पूरी की। वहीं शहीद के अंतिम दर्शन के लिए गौरा के रामलीला मैदान को सर्वसम्मति से चुना गया। फोन रखिए, जा रहा हूं आपरेशन पर, लौटकर फोन करूंगा। फोन रखिए, अभी एक आपरेशन पर जा रहा हूं। आपरेशन से लौटकर आने के बाद फोन करूंगा। और फिर वो बात अधूरी ही रह गई। जवान के पत्नी से फोन पर कहे ये आखिरी शब्द थे, इसके बाद फोन नहीं आया। देर रात जवान को गोली लगने और फिर शहादत की सूचना आई। जिससे घर में कोहराम मच गया।
सेना के जवान ने आतंकियों से मुठभेड़ से पहले अपने परिवार के लोगों से बात की थी। सुबह पत्नी और मां से बात चीत हुई थी। बाद में दोपहर में पत्नी ने फोन किया तो जवान रवि सिंह ने कहा कि फोन रखिए अभी आपरेशन पर जा रहा हूं। आपरेशन से लौट के आने पर फोन करूंगा। पत्नी रवि के फोन का इंतजार करती रही, पर रात में आए फोन से मानों परिवार पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। किसी का बेटा, किसी का पति और किसी का भाई, दोस्त देश की रक्षा करते-करते शहीद हो गया। 
दो वर्ष पूर्व ही रवि का विवाह हुआ था। अक्सर वह पत्नी और मां से फोन पर बात करता था। सोमवार को भी सुबह 11 बजे रवि ने फोन कर मां रेखा सिंह और पत्नी प्रियंका से बात किया था। मां से उनका और पिता का हाल-चाल पूछा। एक बजे पत्नी ने फोन किया तो रवि ने कहा कि फोन रखिए आपरेशन पर जा रहा हूं। रात आठ बजे वापस आकर बात करुंगा। आपरेशन पर जाने की बात को लेकर सभी उसके फोन का इंतजार कर रहे थे। इस बीच आपरेशन के दौरान आतंकियों से हुई मुठभेड़ में रवि सिंह को गोली लग गई। शाम को पांच बजे रवि के साथी आकाश ने उनके पिता संजय सिंह को फोन कर जानकारी दिया की रवि को गोली लगी है। रवि ने फोन पर आपरेशन पर जाने की बात कही थी। आपरेशन पर जाने की बात सुनने के बाद से परिजन बेचैन हो गए थे। शाम को गोली लगने की सूचना पर सभी ईश्वर से सलामती की कामना करने लगे। पिता संजय सिंह फोन कर पुत्र की खबर लेते रहे। परिजनों ने बताया कि रात एक बजे कंपनी के कर्नल ने फोन कर रवि के शहीद होने की सूचना दी। इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया। 
दीपावली पर वापस आऊंगा तो एक साथ मिलकर त्योहार मनाएंगे
– शहीद रवि अंतिम बार अपने घर 13 फरवरी 2020 को चचेरे भाई आदर्श सिंह की शादी में आए थे। छुट्टियां खत्म होने के बाद वापस लौटते समय उन्होंने परिजनों, दोस्तों से दीपावली पर आने का वादा किया था। पर भगवान को कुछ और ही मंजूर था।