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रिंकू त्रिपाठी (संवाददाता) कोन

सोनभद्र। स्थानीय थाना क्षेत्र के कचनरवा पंचायत के भेलवाखाडी गांव के निवासी 38 वर्ष महेंद्र पुत्र छठु टीबी रोग से ग्रसित था वह लगातार कोन के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से दवा ले रहा था उसके बाद ठीक नहीं हुआ तो झारखंड नगर उंटारी के एक निजी अस्पताल से इलाज करा रहा था इसी बीच लाक डाउन हुआ समय से अस्पताल ना जाना एक यह भी वजह रही साथ में गरीबी ना तो उसके पास पैसा थे और ना ही राशन कार्ड अपनी जमीन को गिरवी रखकर करा रहा था इलाज सरकारी राशन भी उपलब्ध न हो सका आखिरकार आज उसने दम तोड़ दिया अपने पीछे पत्नी और 4 बच्चे को छोड़ गया उसे आर्थिक सहारे की जरूरत है महेंद्र की मां ( पार्वती देवी) बताया कि बेटा हमारा गुजर गया हमारे पति भी बीमार रहते हैं और हम लोगों को सरकारी राशन भी उपलब्ध नहीं हुआ हम लोगों को खाने पीने की परेशानी है मैंने कई बार प्रधान को भी इसकी सूचना दी किंतु किसी प्रकार मदद नहीं मिली अभी हमें राशन कार्ड की पर्ची मिली जो 2 माह बाद राशन मिलेगा अब हमारा बेटा भी नहीं रहा उसे नसीब नहीं हुआ राशन कार्ड ये कैसी व्यवस्था है पार्वती ने कहा कि मुझे शासन प्रशासन से बहुत उम्मीद है कि मेरी मदद किया जाए ताकि हमारे जीवन सुचारु रुप से चल सके छोटे-छोटे बच्चे हैं उनकी देखभाल कौन करेगा कैसे जीवन यापन होगा मैं बहुत चिंतित हूं। पीड़िता ने मदद के लिए शासन से गुहार लगाई है।