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कमलेश पाण्डेय/8382048247

भारतीय किसान यूनियन जनपद मिर्जापुर के द्वारा राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर आज दिनांक 21/0 2/ 2024 दिन बुधवार को पटेल चौराहा भरूहना से ट्रैक्टर मार्च करते हुए भारत सरकार के खिलाफ किए गए वादा खिलाफी को लेकर प्रदर्शन करते हुए निम्न मांग करती है।

  1. मूल्य वृद्धि पर नियंत्रण रखें, भोजन, दवाओं, कृषि-इनपुट और मशीनरी जैसी आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी हटाएं, पेट्रोलियम उत्पादों और रसोई गैस पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में काफी कमी करें।
  2. वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, दिव्यांग व्यक्तियों, खिलाड़ियों को रेलवे द्वारा कोविड के बहाने वापस ली गई रियायतें बहाल की जाएं।
  3. खाद्य सुरक्षा की गारंटी और सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सार्वभौमिक बनाना।
  4. सभी के लिए मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी और स्वच्छता के अधिकार की गारंटी। नई शिक्षा नीति, 2020 को रद्द करें।
  5. सभी के लिए आवास सुनिश्चित करें।
  6. वन अधिकार अधिनियम (एफआरए) का कड़ाई से कार्यान्वयन, वन (संरक्षण) अधिनियम, 2023 और जैव-विविधता अधिनियम और नियमों में संशोधन वापस लें जो केंद्र सरकार को निवासियों को सूचित किए बिना जंगल की निकासी की अनुमति देते हैं। जोतने वाले को भूमि सुनिश्चित करें।
  7. सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों, सरकारी विभागों का निजीकरण बंद करें और राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) को ख़त्म करें। खनिजों और धातुओं के खनन पर मौजूदा कानून में संशोधन करें और स्थानीय समुदायों, विशेषकर आदिवासियों और किसानों के उत्थान के लिए कोयला खदानों सहित खदानों से लाभ का 50 प्रतिशत हिस्सा सुनिश्चित करें।
  8. बिजली (संशोधन) विधेयक, 2022 को वापस लें। कोई प्री-पेड स्मार्ट मीटर नहीं।
  9. काम के अधिकार को मौलिक बनाया जाये। स्वीकृत पदों को भरें और बेरोजगारों के लिए रोजगार पैदा करें। मनरेगा का विस्तार और कार्यान्वयन (प्रति वर्ष 200 दिन और 600 रुपये प्रति माह मजदूरी)। शहरी रोजगार गारंटी अधिनियम बनायें।
  10. किसानों को बीज, उर्वरक और बिजली पर सब्सिडी बढ़ाएं, किसानों की उपज के लिए एमएसपी सी2$50 की कानूनी गारंटी दें और खरीद की गारंटी दें। किसानों की आत्महत्याओं को हर कीमत पर रोकें।
  11. कॉर्पोरेट समर्थक पीएम फसल बीमा योजना को वापस लें और जलवायु परिवर्तन, सूखा, बाढ़, फसल संबंधी बीमारियों आदि के कारण किसानों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सभी फसलों के लिए एक व्यापक सार्वजनिक क्षेत्र की फसल बीमा योजना स्थापित करें।
  12. सभी कृषक परिवारों को कर्ज के जाल से मुक्त करने के लिए व्यापक ऋण माफी योजना की घोषणा करें।
  13. केंद्र सरकार द्वारा दिए गए लिखित आश्वासनों को लागू करें, जिसके आधार पर ऐतिहासिक किसान संघर्ष को निलंबित कर दिया गया था। सभी शहीद किसानों के लिए सिंधू सीमा पर स्मारक, मुआवजा दें और उनके परिवारों का पुनर्वास करें, सभी लंबित मामलों को वापस लें, गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर मुकदमा चलाया जाए।
  14. एनपीएस को ख़त्म करें। ओपीएस को बहाल करें और सभी को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करें।
  15. संविधान के मूल मूल्यों-अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, असहमति का अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता, विविध संस्कृतियों, भाषाओं, कानून के समक्ष समानता और देश की संघीय संरचना आदि पर हमला बंद करें।

इसके अलावा किसानों द्वारा 11 सूत्रीय जनपद स्तरीय मांग पत्र प्रेषित कर बताया कि वनस्थली महाविद्यालय अहरौरा के पास SH5Aवाराणसी शक्ति नगर मार्ग पर लगे अस्थाई टोल प्लाजा को हटाने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा आश्वाशन देकर धरना स्थगित कर दिया गया था , परन्तु समाधान नहीं होने पर किसानों ने 19 फरवरी 2024से स्थगित धरना प्रारंभ कर दिया है। फतेहपुर टोल प्लाजा पर एक माह ( 30दिन)के रिचार्ज की व्यवस्था सुनिश्चित करने, जल जीवन मिशन के लिए बांधों से लिए गए पानी को खाली समय में चुनार या डगमगपुर के पास गंगा में लिफ्ट कैनाल लगाकर जरगो बांध और सोन लिफ्ट कैनाल का पानी अहरौरा और जरगो जलाशय और मड़िहान क्षेत्र को देने वा अन्य स्रोतों से बांधों को भरने, खरीफ की फसल में बे मौसम बारिश से बर्बाद फसलों का फसल बीमा दिलाना, गोरखपुर माफी में पिछले वर्ष 2023 मे बिजली से जले गेहूं की फसल का मुआवजा नहीं मिला हैं दिलाया जाए, भागवत राजवाहा से देवरिया और भगवतीपुर मौजा के किसानों की सिंचाई सुनिश्चित की जाय, रेलवे क्रॉसिंग करहट पर बने रेलवे ओवरब्रिज में अधिग्रहित जमीन का बोनस(पुनर्वास) दिलाया जाए, जरगो बांध मे लगा पटीहटा लिफ्ट कैनाल तक सफाई कार्य, जमालपुर ब्लॉक अंतर्गत दादो लिफ्ट कैनाल परियोजन को लगाना, और भागवत ब्रांच से निकली कुदारन से बरबकपुर तक नाली की सफाई कराना अन्य मांगो को लेकर किसानों ने पटेल चौराहा पर सर्वप्रथम लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किसानों ने मार्च किया तो आगे प्रशासन ने बेरीकेटिंग लगाकर किसानों को रोक दिया और एडीएम वित्त ने मौके पर आकर किसानों का ज्ञापन लिया, जिसमें निम्न लोग उपस्थित रहे प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह ,प्रदेश महासचिव प्रहलाद सिंह, विंध्याचल मंडल अध्यक्ष अनिल सिंह ,जिला अध्यक्ष कंचन सिंह फौजी ,जिला महासचिव वीरेंद्र सिंह, अवधेश नारायण सिंह जिला उपाध्यक्ष ,सुखनंदन दुबे, इंजीनियर वी डी सिंह, स्वामी दयाल सिंह जिला कोषाध्यक्ष, जिला सचिव डॉक्टर पंचम सिंह, मंडल उपाध्यक्ष परशुराम मौर्या, मुकुटधारी सिंह, धर्मेन्द्र सिंह मिडिया प्रभारी, रामसूरत सिंह रामसृंगार सिंह पुर्वांचल सदस्य, राम बृक्ष सिंह तहसील अध्यक्ष चुनार ,बृजराज सिंह राजू तहसील अध्यक्ष लालगंज ,अंबिका प्रसाद सिंह तहसील अध्यक्ष मड़िहान, कमलेश मिश्रा ,पारसनाथ सिंह, जंग बहादुर सिंह, राम हरक गौतम, महेंद्र सिंह , भोला नाथ गिरी, पारस मौर्य, राम अवध सिंह, अखिलेश कुमार सिंह, राजेंद्र प्रसाद सिंह ,राम मूरत सिंह ,ओम प्रकाश सिंह, सत्यनारायण प्रजापति ,जयप्रकाश मौर्य, रामविलास सिंह नगर अध्यक्ष , नंदलाल कोल, भोसले बिहारी भाई पटेल, लाला मिश्रा उर्फ़ शारदा प्रसाद मिश्रा, संजय सिंह गौतम ,विष्णु यादव ,राम तपेश्वर सिंह ,मंगल सिंह, दूधनाथ यादव, रामवृक्ष चौहान, झूरी पटेल, सुदधु सिंह वह अन्य लोग उपस्थित है व अन्य लोग उपस्थित रहे।