विकाश दत्त मिश्रा/वाराणसी
वाराणसी। भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित व नई सुबह मानसिक स्वास्थ्य विभाग व्यवहार विज्ञान संस्थान, वाराणसी द्वारा आयोजित स्कूल में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य सुधार विषयक तीन दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए श्री सुरेश कुमार मिश्रा द्वितीय कमान अधिकारी 95 बटालियन केंद्रीय पुलिस बल वाराणसी ने कहा कि अपने कर्तव्य को इमानदारी पूर्वक निर्वहन करने से न केवल मानसिक स्वास्थ्य उत्तम रहता है बल्कि यह राष्ट्र की सबसे बड़ी सेवा है। हमारे फोर्स का मुख्य काम सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करना है किंतु हमारी बटालियन सामाजिक दायित्व के निर्वहन हेतु सैनिटाइजेशन, सफाई, वृक्षारोपण, खाद्यान्न वितरण एवं दिव्यांगों की सहायता व अन्य सामाजिक कार्यक्रम भी करती रहती है।
नई सुबह संस्था के संस्थापक निदेशक व मनोचिकित्सक डॉ अजय तिवारी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति अपने व्यवहार रहन-सहन एवं सोच में परिवर्तन करके मानसिक एवं शारीरिक दोनों रूपों से स्वस्थ रह सकता है
डॉ तुलसी प्रख्यात मनोचिकित्सक ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि यदि बच्चों का मानसिक रूप से स्वस्थ रहेगा तभी राष्ट्र विकसित होगा। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डॉ मनोज तिवारी ने कहा कि स्कूल में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए यह आवश्यक है कि शिक्षक अपने कार्य को तनाव रहित रहकर करें यदि शिक्षक मानसिक रूप से परेशान रहेंगे तो निश्चित तौर पर वे अपने दायित्वों का निर्वहन करने में कठिनाई महसूस करेंगे तथा उनका व्यवहार छात्रों के प्रति उचित न होने से छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य में प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में 95 बटालियन केंद्रीय पुलिस बल वाराणसी के जवानों ने श्री सुरेश कुमार मिश्रा के नेतृत्व में नई सुबह के प्रांगण में नीम, आम, जामुन, सागौन, तुलसी सहित 101 वृक्ष रोपित किया। जिसमें डॉ अजय तिवारी, डॉ मनोज तिवारी, श्री प्रवीण सिंह, श्रीमती सुनीता तिवारी, आजाद तिवारी, डॉ अमित तिवारी, अर्पिता मिश्रा, धर्मेंद्र सिंह शामिल रहे।
सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूर्ण करने वाले प्रशिक्षणार्थीयों को प्रमाण-पत्र वितरित किया गया। कार्यक्रम का संचालन जोत्सना सिंह एवं अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन डॉ अजय तिवारी ने किया।