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विकाश दत्त मिश्रा-(वाराणसी)


वाराणसी। काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर भदोही की राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाई के विशेष शिविर के चौथे दिन बौद्धिक संगोष्ठी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं एवं प्रबंधन के मुख्य वक्ता डॉ मनोज कुमार तिवारी वरिष्ठ परामर्शदाता, ए आर टी सेंटर, एस एस हॉस्पिटल, आई एम एस, बी एच यू, वाराणसी रहें । उन्होंने बताया कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए सामान्य स्तर का तनाव आवश्यक है। लेकिन जब तनाव का स्तर बढ़ जाता है वह लंबे समय तक बना रहता है तब यह हानिकारक होता है। विद्यार्थियों में अक्सर परीक्षा का डर रहता है और कभी-कभी कुछ छात्र-छात्राएं परीक्षा परिणाम में असफल होने पर मानसिक अवसाद से भी ग्रस्त हो जाते हैं। इसके अलावा वर्तमान में मोबाइल फोन से फैलने वाले भ्रामक समाचार भी तनाव बढ़ाने का एक कारण हो रहे हैं। छात्र नियमित दिनचर्या, नियमित अध्ययन, व्यायाम एवं सकारात्मक सोच रख कर तनाव से बचे रह सकते हैं। कार्यक्रम की दूसरी वक्ता राजकीय महाविद्यालय सहजनवा गोरखपुर की डॉ मनीषा रही। उन्होंने युवाशक्ति एवं पोषण पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि उचित पोषण के अभाव में लोग कुपोषित हो रहे हैं। छात्रों में एनीमिया की समस्या हो रही है । इसको दूर करने के लिए अपने आसपास मिलने वाले अनाज, फल एवं सब्जी का उपयोग करके इस समस्या से बच सकते हैं। तीसरे वक्ता डॉ रतनेस सोनी ने बताया कैसे रेडिमेड भोजन में कैमिकल की अधिकता होती है। उसमे मौजूद कैमिकल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं । अतः इनका कम से कम सेवन करना चाहिए। कार्यक्रम में वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ कामिनी वर्मा ने कहा कि हमारी प्राचीन जीवन शैली में घर में बने खाने पर ज्यादा ध्यान दिया जाता था । जो शुद्ध एवं पौष्टिक होता था। लोहे , तांबे पीतल के बर्तन का प्रयोग करने से इन तत्वों की पूर्ति अपने आप ही हो जाती थी। कार्यक्रम में डॉ संतोष आर्य ने धन्यवाद ज्ञापन किया तथा डॉ विनय मिश्र ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर डॉ जय सिंह यादव, श्री कृष्ण कुमार मिश्रा, उपस्थित रहे । कार्यक्रम का शुभारंभ छात्र-छात्राओं ने सरस्वती बंदना व स्वागत गीत से किया। नारी सशक्तिकरण पर महिमा मौर्य ने एक कविता प्रस्तुत की।