विकास दत्त मिश्रा वाराणसी
वाराणसी। राज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन, बाबतपुर, वाराणसी द्वारा संचालित राज कालेज आफ फार्मेसी में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका शिर्षक ’’ औषधि सतर्कता एवं जागरूकता ‘‘ रहा। इस संगोष्ठी का सुभारम्भ मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस संगोष्ठी के मुख्य अतिथि डा0 अवधेश कुमार यादव- ए0एम0सी0 डिपार्टमेन्ट आफ फार्मेकोलाजी आई0एम0एस0, बनारस हिन्दु विश्वविद्यालय, वाराणसी तथा अन्य अतिथि जितेन्द्र कुमार सिंह- सिनियर फार्मासिस्ट डी0एल0डब्लू, वाराणसी उपस्थित रहे । इस संगोष्ठी की अध्यक्षता संस्था के चेयरमैन राजदेव सिंह ( पूर्व विधान परिषद सदस्य, गाजीपुर ) द्वारा किया गया तथा आये हुए मुख्य अतिथि को प्रतीक चिन्ह , अंगवस्त्र तथा माल्यार्पण कर स्वागत किया । संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि औषधि अनुश्रवण व रक्तदान शिविर जैसी गतिविधियां न केवल समाज की सेवा में सहायक हैं, बल्कि स्वास्थ्य क्षेत्र में जागरूकता भी लाती हैं इसी प्रकार संस्था के चेयरमेन महोदय जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, औषधियों का सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए औषधि अनुश्रवण की प्रक्रिया को समझना बहुत जरूरी है, और इसी तरह रक्तदान समाज के हर व्यक्ति को करने की आवश्यकता है। इसी प्रकार संस्था के निदेशक – डा0 राहुल सिंह जी ने औषधि अनुश्रवण का उद्देश्य औषधियों के उपयोग के दौरान होने वाले प्रतिकूल प्रभावों की निगरानी करना और उन पर रोक लगाना चाहिए। यह प्रक्रिया न केवल औषधियों के सुरक्षित उपयोग को सुनिश्चित करती है, बल्कि नई औषधियों के विकास में भी मददगार होती है उन्होंने यह भी कहा, कि चिकित्सकों और मरीजों को औषधियों के दुष्प्रभावों की रिपोर्टिंग में अधिक सक्रिय होना चाहिए, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर किया जा सके। इसी प्रकार प्रधानाचार्य- डा0 विशाल कुमार अग्रहरी ने कहा कि औषधि अनुश्रवण प्रणाली का सही क्रियान्वयन समाज के लिए वरदान साबित हो सकता है। आज जब हर दिन नई औषधियाँ बाजार में आ रही हैं, तब यह आवश्यक हो जाता है कि हम उनके प्रभावों को ध्यानपूर्वक निगरानी में रखें। और कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों, चिकित्सकों, शिक्षकों, स्वास्थ्य कर्मियों और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। संगोष्ठी में चिकित्सा, फार्मेसी, और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया और अपने विचार साझा किए। औषधि अनुश्रवण के क्षेत्र में हम तभी सफलता प्राप्त कर सकते हैं, जब चिकित्सक, फार्मासिस्ट, और मरीज सभी इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल हों। इसके लिए हमें अधिक जागरूकता फैलाने की जरूरत है।
यह आयोजन राज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा संचालित राज कॉलेज ऑफ फार्मेसी द्वारा समाज के प्रति किए गए एक महत्वपूर्ण योगदान के रूप में रहा है। इस कार्यक्रम का संचालन विवेक प्रकाश दूबे – प्रशासनिक अधिकारी और धन्यवाद ज्ञापन प्रो0 ओ0पी0 सिंह – शिक्षा निदेशक ने किये। संगोष्ठी में संस्था के विभागाध्यक्ष डा0 सोमेन्द्र प्रताप सिंह, अजय कुमार विश्वकर्मा, पियूष श्रीवास्तव, शनि जायसवाल, डा0 गोल्डी कक्कड़ व अन्य सभी स्टाफ अंकित कुमार सिंह, नवीन कुमार सिंह, नन्द किशोर पाण्डेय, आशिष सिंह, हुबलाल पटेल, राहुल पटेल, प्रशान्त मिश्रा, डी0के0 शर्मा, महेश तिवारी, विनोद कुमार , लखेन्द्र पटेल, निखिल सिंह, दिपेन्द्र सिंह, मनीष सिंह, गणेश सिंह एवं प्रवीण कुमार पाठक, भावना मौर्या, राकेश कुमार वर्मा, राजेन्द्र यादव व छात्र एवं छात्रायें उपस्थित रहें।