Loading

विकास दत्त मिश्रा वाराणसी

वाराणसी। एचआईवी संक्रमण से बचना है तो सजग रहकर वचाव के उपाय अपने होंगे, एचआईवी संक्रमण के निश्चित कारण है उन कारणों से बचाव के उपाय अपनाकर व्यक्ति एचआईवी संक्रमण से बच सकता है और जो व्यक्ति एचआईवी के साथ जी रहे हैं वे नियमित रूप से सही समय पर एवं सही डोज में दवा लेकर अपना गुणवत्तापूर्ण जीवन व्यतीत कर सकते हैं युक्त बातें उत्तर प्रदेश एड्स नियंत्रण समिति, लखनऊ के निर्देश पर वाराणसी के जिला क्षयरोग अधिकारी एवं नोडल एचआईवी/एड्स डॉ पीयूष राय के मार्गदर्शन में मिसिरपुर पीएचसी पर आयोजित उन्मुखीकरण कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन के रूप में कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ मनोज कुमार तिवारी, वरिष्ठ परामर्शदाता, एआरटी सेंटर, एस एस हॉस्पिटल, आईएमएस ने कहीं। उन्होंने कार्यशाला में एचआईवी के फैलने के तरीकों तथा उसके बचाव के उपायों, एआरटी की दवा, उपलब्ध जांच की सुविधाओं, एचआईवी एड्स बचाव एवं नियंत्रण अधिनियम 2017 तथा एचआईवी/ एड्स निशुल्क हेल्पलाइन 1097, आईसीटीसी, सुरक्षा क्लिनिक, पीपीटीसीटी, पीईपी के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान किया।

विदित हो कि मिसिरपुर पीएचसी के सभागार में ग्राम विकास अधिकारी, प्राथमिक शिक्षक, एएनएम, मुख्य सेविकाओं, ब्लॉक स्तरीय सुपरवाइजर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ती, आशा बहओं को 12-14 मार्च 2024 तक 3 बैचों में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम चिकित्सा अधीक्षक डॉ आर बी सिंह के सुपरविजन में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्री वीरेंद्र चौहान ने किया, प्रशिक्षण के आयोजन में दिशा क्लस्टर वाराणसी के श्री मनीष सिंह, श्रीमती पूनम गुप्ता, श्री चेतन श्रीवास्तव व उमाकांत सर्विस फाउंडेशन के ओआरडब्लू मोहसिन आजम ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा किया।