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सोन साहित्य संगम ने ब्यक्त की शोक संवेदना

सोनभद्र। 96वर्षीय भारतीय रेल सेवा से अवकाश प्राप्त श्रद्धेय उमाशंकर तिवारी जी के आज सुबह आकस्मिक निधन की सूचना से जनपद में शोक की लहर ब्याप्त हो गई। उनके निधन का समाचार फेसबुक और वाट्सएप के माध्यम से उनके शुभचिंतकों के पास पहुंचा। इस दुःख की घड़ी में सोन साहित्य संगम के निदेशक मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी और संयोजक राकेश शरण मिश्र ने शोक ब्यक्त करते हुए उनके आत्मा के शांति और शोकाकुल परिजनों को साहस व धैर्य प्रदान करने हेतु परम् पिता परमेश्वर से प्रार्थना की। इनके अतिरिक्त साहित्यकार ओम प्रकाश त्रिपाठी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेश द्विवेदी, इंजीनियर अनिल कुमार मिश्र, कवियत्री रचना तिवारी एवम जनपद के तमाम गण मान्य और शुभ चिंतकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी शोक संवेदना प्रगट की। स्वर्गीय तिवारी पुण्य सलिला भागीरथी के पोषक अति सरल सहज स्वभाव तथा व्यक्तित्व के धनी श्रीरामचरितमानस के आराधक श्रीमद्भागवत गीता के नियमित श्रोता धर्म संस्कृति एकता के पोषक एवं पारिवारिक एकता के सूत्रधार पांच योग्य पुत्रों के पिता तथा भरे पूरे परिवार के नायक के रूप में जाने जाने वाले व्यक्तित्व थे जिनकी समाज में अच्छी पहचान थी । इनका परिवार प्रदेश के विभिन्न जनपदों में निवास करता हुआ भी पारिवारिक एकता का बेमिसाल उदाहरण हैं।

– 96 वर्षीय स्वर्गीय तिवारी सदर ब्लाक के सही जन खुर्द गांव के एक संभ्रांत किसान एवं धर्म संस्कृति व पारिवारिक समन्वय स्थापित करने वाले लोकप्रिय समाजसेवी थे। इनके बड़े पुत्र इंजीनियर डॉक्टर जीएन तिवारी एक कुशल अभियंता के साथ है आधुनिक तकनीक कृषक एवं शिक्षाविद है।