सोनभद्र कार्यालय
● थानाध्यक्ष को सौंपा किसान हित केन्द्रित अवधारणा पत्र
सोनभद्र। दोषपूर्ण कृषि कानून की वापसी तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनन गांरटी की मांग को लेकर दिल्ली की सीमा पर सात महीने से चल रहे किसान आंदोलन के संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर अलग पूर्वांचल राज्य स्थापना की मांग कर रहे पूर्वांचल नव निर्माण मंच के अध्यक्ष श्रीकांत त्रिपाठी के नेतृत्व मे किसानों ने महामहिम राज्यपाल को संबोधित किसान हित केन्द्रित अवधारणा पत्र पन्नूगंज थाना प्रभारी को सौंपा। बताते चले की पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार मंच के अध्यक्ष श्रीकांत त्रिपाठी के नेतृत्व मे किसानों को शनिवार को कलेक्ट्रेट जाकर जिलाधिकार के माध्यम से ज्ञापन भेजना था, लेकिन सुबह से ही पन्नूगंज कोतवाली प्रभारी अभिनव कुमार वर्मा भारी पुलिस बल के साथ मंच के कार्यालय पर पहुंच कर किसानों को कलेक्ट्रेट जाने से रोक दिया। नाराज मंच के अध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने कहा कि यह भाजपा की सरकार का अघोषित आपातकाल है जिसका जवाब समय आने पर किसान वोट का बहिष्कार करके जरुर देंगे । कहां इंदिरा जी ने घोषित आपातकाल लगाकर लोगों की आवाज को दबाने का काम किया था आज भाजपा अघोषित आपातकाल के माध्यम से लोगों की आवाज को पुलिस के दम पर दबाने की नाकामयाब कोशिश कर रही है।
पुलिस तथा किसान नेताओं की जद्दोजहद के बाद राज्यपाल को संबोधित 6 सूत्रीय मांग पत्र पन्नूगंज इंस्पेक्टर अभिनव वर्मा को किसानों ने सौंपा । किसानों ने पत्र के माध्यम से दोषपूर्ण कृषि कानून की वापसी की मांग के साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनन गारंटी की मांग करते हुए सिंचाई हेतु मुफ्त बिजली, डीजल के दाम में किसानो के लिए सब्सिडी की मांग भी किसानों ने की ।
इस मौके पर पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच के नेता अभय पटेल ने कहा सरकार की नीतियां किसानों के खिलाफ हैं, ना तो खेती-बाड़ी के लिए सरकार से कोई सुविधा किसानों के लिए है और ना ही फसल की बिक्री के लिए ही कोई गारंटी । इस मौके पर शिवम त्रिपाठी, राजेश पटेल, सूरज सिंह, दामोदर सिंह, रमाशंकर मौर्या, ओमप्रकाश, उदय प्रकाश सिंह, प्रबल प्रमुदित, जय प्रकाश द्विवेदी, शिवम त्रिपाठी सहित दर्जनों किसान मौजूद थे
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