रोशन शर्मा, अनपरा,
सोनभद्र। अनपरा ताप 2630 मेगावाट ऊर्जा उत्पादन निगम की अनपरा ताप परियोजना से निकलने वाली राख बेलवादह बांध से सेनिस्फीयर(फुटर फ्लाई ऐश)के टेंडर में नियमो को दरकिनार कर बांध से सेनिस्फीयर को छानकर बेचा जा रहा हैं ग्रामीणों का आरोप है कि अनपरा तापीय परियोजना से निकलने वाली राख सेनिस्फीयर(फुटर फ्लाई ऐश)का टेंडर एक वर्ष के लिए 450 टन मेंसर्स श्री बाके बिहारी ट्रेडर्स को मिला है जिसमें तीन माह से नियम विरुद्ध सेनिस्फीयर छानकर निकाला जा रहा हैं टेंडर कास्ट दो करोड़ 49 लाख सात हजार पांच सौ रूपये हैं नियम इसे सेक्युरिटी मनी एक करोड़ 24 लाख रुपये और हर तीसरे माह बासठ लाख छ्ब्बीस हजार आठ सौ रुपये क़िस्त के रूप में जमा करना है जो कि अभीतक जमा नहीं कराया गया हैं।परियोजना के प्रबंधक खबर प्रकाशित होने के बाद सीआईएसएफ के सुरक्षा कर्मी संघ जांच किया मौके पर सेनिस्फीयर इकट्ठा नहीं मिलने की बात कही जबकि बांध के किनारे तकरीबन 200 बोरी सेनिस्फीयर इकठ्ठा कर तिरपाल लगाकर रखा गया हैं ग्रामीणों के मुताबिक 10 दिन पूर्व ट्रैक्टर से संविदाकार द्वारा सेनिस्फीयर लोड कर ले जाते हुए देखा गया है उसका फोटो अपने कैमरे में कैद करने की भी बात ग्रामीणों ने कही प्रबंधन के संज्ञान में आने पर बेलवादह टोला चिखुरी का निरीक्षण किया जबकि सेनोस्फीयर की भण्डारण निकासी कुंडाभाठी में हो रहा हैं जांच के नाम पर जिम्मेदार अधिकारी कर रहे है खानापूर्ति प्रबंधन कितना गंभीर हैं इस से अंदाजा लगाया जा सकता हैं जहाँ कार्य नहीं हो रहा जांच वही हुआ सबसे बड़ा सवाल यह उठता नजर आ रहा हैं की जब संविदाकार ने सिक्युरिटी मनी जमा नहीं किया तो सेनिस्फीयर उठाने की अनुमति किसने दी सेलफोन जरिये इस मामले को लेकर संबंधित अधिकारी नागेन्द्र मौर्या से बात की गई तो इस मामले को निराधार बताया संविदाकार ने बताया कि वर्क ऑर्डर मिला है साफ- सफाई कर रहे है सोमवार को सिक्युरिटी मनी जमा कर देंगे इससे साफ जाहिर होते दिख रहा हैं कि अनपरा तापीय परियोजना के संबंधित अधिकारियों से मिलीभगत कर संविदाकार उत्पादन निगम को चूना लगा रहा हैं जिसमे उत्पादन निगम को करोड़ों रुपये की क्षति हो रही हैं परियोजना की तरफ से टेंडर कार्य प्रारंभ करने की अनुमति नहीं दी गई हैं और इसके पीछे का कारण भ्रस्टाचार बताया जा रहा हैं जिम्मेदार अधिकारी यह भी कहा जब तक संविदाकार पैसा जमा नही करेगा तब तक उसे सेनिस्फीयर उठाने की अनुमति नहीं दी जायेगी जब उनसे पूछा गया कि जब पैसा जमा नहीं हुआ तो कार्य की अनुमति ही क्यों दी गयी तो यह बताने में आनाकानी कर रहे है ग्रामीणों के मुताबिक एकत्रित जगह पर कुछ ही मात्रा में सेनिस्फीयर हैं बाकी बेच दिया गया।