अनिश्चितकालीन धरने के आठंवे दिन उठी मांग
संवाददाता- मुकेश सोनी
म्योरपुर। सर्वाधिक पिछड़े क्षेत्र में आने वाले आदिवासी बाहुल्य दुद्धी के विकास के लिए सरकार को विशेष आर्थिक पैकेज देना चाहिए यह मांग मंगलवार को आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के रासपहरी में जारी अश्चितकालीन धरने के आठवें दिन उठी। धरने में वक्ताओं ने कहा कि इस आर्थिक पैकेज में दुद्धी में सहकारी खेती को प्रोत्साहन, ग्रामीणों को बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध कराना, मनरेगा को कड़ाई से लागू करना, जल संचय के लिए वाटर शेड़ कार्यक्रम, सिंचाई हेतु बरसाती नालों पर चेक डैम बनवाना, बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए दो-तीन गांव का कलस्टर बना कर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण करना व म्योरपुर, दुद्धी और बभनी स्वास्थ्य केन्द्रों पर सभी तरह की जांचें व इलाज की व्यवस्था करना, आदिवासी-दलित बच्चों विशेषकर लडकियों की निःशुल्क आवासीय उच्च शिक्षा की व्यवस्था करने और दुद्धी में सरकारी दाल मिल लगाने के लिए धन का आवंटन करना चाहिए।
वक्ताओं ने कहा कि दुद्धी तहसील में एक तरफ जहां अत्याधुनिक कल कारखाने है वहीं गांव में आज भी हल बैल से आदिम खेती होती है। खेती किसानी बेहद पिछड़ी और अनुत्पादक है। खेती के लिए सिंचाई की व्यवस्था तक नहीं है। इस क्षेत्र में लोग बरसाती नालों, चुआड़, बांधों का पानी पीकर मरने को अभिशप्त है। स्थानीय नौजवानों को उद्योगों में रोजगार नहीं मिलता परिणामतः बड़े पैमाने पर पलायन होता है। सरकारी अस्पतालों में न्यूनतम स्वस्थ्य सुविधा नहीं है। बच्चों की शिक्षा की समुचित व्यवस्था न होने से वह अपनी पढाई तक पूरी नहीं कर पाते है। गर्मी में भीषण पानी का संकट होता है इसकी कोई व्यवस्था नहीं है। यहां कें बहुतेरे गांव में आज भी आवागमन के साधन तक नहीं है। सरकारें बदलती रही पर यहां के हालात नहीं बदले।
धरने में आइपीएफ जिला संयोजक कृपा शंकर पनिका, मजदूर किसान मंच जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद गोंड़, मंगरू प्रसाद गोंड़, मनोहर गोंड़, संजय गोंड़, देव कुमार विश्वकर्मा, सुकवरिया देवी, अमरेशचंद पठारी, नंदलाल बैगा, बिरझन गोंड़, महेन्द्र कुमार गोंड़, ज्ञानचेद गोंड़, धौकल सिंह गोंड़ आदि उपस्थित रहे।