सोनभद्र-: ग्रामीण पत्रकार ने विश्व पर्यावरण दिवस पर किया आनलाइन गोष्ठी का आयोजन

 सोनभद्र-: ग्रामीण पत्रकार ने विश्व पर्यावरण दिवस पर किया आनलाइन गोष्ठी का आयोजन

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बृजेश पाठक/राबर्ट्सगंज

सोनभद्र। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उ०प्र० सोनभद्र के तत्वावधान में आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आनलाइन गोष्ठी”पर्यावरण संरक्षण हेतु आमजन संकल्प लें वरना प्रकृति ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है।”विषय पर एसोसिएशन सोनभद्र के जिलाध्यक्ष सुधाकर मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।उक्त आनलाइन पर्यावरण संरक्षण गोष्ठी के प्रमुख वक्ता, वरिष्ठ पत्रकार, समाजसेवी, कवयित्री,योगयोद्धा आदि थे। प्रमुख रुप से वरिष्ठ पत्रकार लेखक श्री नरेंद्र नीरव जी, राष्ट्रीय स्तर की कवयित्री,सोनभद्र जनपद की दो बार ब्रांड एम्बेसडर रही डा रचना तिवारी जी,आदर्श नगर पंचायत ओबरा अध्यक्षश्रीमती प्रानमतीदेवी, भारत स्वाभिमान न्यास के जिला प्रभारी योगी श्री वीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव जी, ब्रह्मा कुमारीज विश्व विद्यालय के जिला संयोजिका बहन सुमन जी,सहायक प्रभागीय वनाधिकारी ओबरा श्री जे पी सिंह जी सहित वरिष्ठ पत्रकार जिला उपाध्यक्ष श्री राजेश कुमार पाठक जी सहित कई अन्य लोग जुड़े व अपने अपने विचार व्यक्त किए।सर्वप्रथम संचालन कर रहे व अध्यक्षता कर रहे श्री मिश्र ने विश्व पर्यावरण दिवस पर सभी को बधाई दी व सर्वप्रथम बहन रचना तिवारी जी का आह्वान किया,जिसपर उन्होंने अपने आसपास व नदी ,तालाब,झील, सागर को साफ स्वच्छ रखते हुए जीवो के संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण हेतु जन जन का आह्वान किया व कहा कि अब वक्त आ गया है प्रकृति सचेत कर रही है कि उपभोक्तावादी प्रवत्ति के चलते इतना शोषण भी ना करें कि प्रकृति खुद कोई क्रूर निर्णय ले ले। उन्होंने २००९ मेंरची अपनी एक कविता का जिक्र किया व कहा जो आज आक्सीजन का डिब्बा लेकर लोग भाग रहे हैं,१२वर्ष मैंने पूर्व में ही लिखी थी मेरी कविता आज सच हो रही है,उन्होन ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन सोनभद्र ईकाई का ऐसे कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया, उन्होंने लोगों के अनुरोध पर “मैं नदी की धार हूं” नामक अपनी कविता सुनाई जिसे सभी ने सराहा।नगर पंचायत ओबराअध्यक्षा श्रीमती प्रानमती देवी नगर पंचायत ओबरा के द्वारा कोरोनावायरस काल में सुरक्षा हेतु उनके द्वारा किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि आप सभी को व नगरवासियों को विश्व पर्यावरण दिवस पर शुभकामनाएं दी व कहा अभी सावधानी बरतनी है,मास्क लगाएं, दो गज दूरी बनाए,हाथ धोते व सेनेटाइजर का प्रयोग करें।वे अपने आसपास साफ सफाई रखकर कोरोनावायरस से बचाव करें व लोगों को जागरूक करें।योग योद्धा व भारत स्वाभिमान न्यास प्रभारी श्री वीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव जी ने कहा जितना हम पीपल, बरगद,गूलर,गिलोय, तुलसी, नीम, जामुन,बेल व अन्य बड़े व छोटे पेड़ लगाकर उसकी सुरक्षा करेंगे तो जीवन रक्षक गैस आक्सीजन खोजना नहीं पड़ेगा।अपने द्वारा किए गए वृक्षारोपण कार्यक्रमों को गिनाया।साथ ही। सभी को बधाई भी दी व कहा “करें योग रहें निरोग” अंत में गायत्री मंत्र का पाठ कर वाणी को विराम दिया।मुख्यवक्ता व वरिष्ठ पत्रकार, समाजसेवी श्री नरेन्द्र नीरव जी ने कहा आजकल समुद्र में हो रहे विषैले उत्सर्जन के कारण , औद्योगिक विकास,विशैली गैसों के उत्सर्जन, पेड़ों के अंधाधुंध कटाई,, वन्य-जीवों की कानून बनने के बाद भी हो रही हत्याओं,व उनका हो रहा वंश विनाश लीला, सभी पर्यावरण बिगड़ने के जिम्मेदार हैं।आज यदि विश्व के कुछ विकसित देश औद्योगिक कचरा व विषैले गैसों का मात्र उत्सर्जन बन्द कर दें तो आधी समस्या हल हो जाये, इनके इन्हीं कार्यों के चलते बड़े बड़े ग्लेशियर न हिमखण्ड पिघलना शुरू कर विप्लव कर रहा है। समुद्र अपना धैर्य खो रहा है, विस्फोटक आयुधों से लैस पनडुब्बियां ना जाने क्या कहर ढायेंगी। विश्वव्यापी केमिकल वारंटी शुरुआत हो गरी है अब ऐसे ही युद्ध होंगे जो छिपकर छद्म युद्ध करेंगे व विश्व की आर्थिक स्थिति चरमरा जायेगी, उन्होंने कहा पर्यावरण संरक्षण करना सीखना है तो वनवासी बन्धुओं सादर सीखें,उनकी आज भी हो रही देशी खेती से, वह अपने ही रखें बीजों का ही प्रयोग करके जैविक खेती , संस्कृति संस्कारों व रहने श जीवन शैली अनुकरणीय है,वे ही पुराने संस्कारों को जिंदा रखे हैं बाकी लोग पाश्चात्य संस्कृति के भक्त हो रहे हैं, अंधानुकरण भी घातक है। उन्होंने जल संरक्षण, पेड़ों के रोपड़ , उनके घोरावल करने व बड़े होने तक उनकी देखभाल करने व जीवों पर दया करने का भी सुझाव दिया व कार्यक्रम के लिए।आयोजक एसोसिएशन सोनभद्र अध्यक्ष का इस कोरोनावायरस काल में आयोजन करने के लिए बधाई दी। ब्रह्मा कुमारीबहन सुमन जी ने अपने संदेश देते हुए कहा कि प्रजापिता ब्रह्मा ने हमारे बाप ने की वर्षों पूर्व ही कहा है किस्मत के परिवर्तन का काल शुरू हो गया है,जो सात्विक हैं गया, चरित्रवान, सहनशीलता, जीवों पर दया करने वाला होगा, पर्यावरण संरक्षण काध्यान देगा सही इस विनाशकारी समय में अपने को बचा पायेगा।अब समय आ गया है हम समय रहते चेत जायें वरना प्रकृति ने हिसाब किताब लगाना शुरू कर दिया है। इसलिए मानव,जीव व प्रकृति पर दया करें जितना दोहन करें दूना लौटाने का प्रयास करें यानी एक पेड़ काटने के पूर्व एक या दो पेड़ों को तैयार कर दे‌ये संतुलन रहेगा तो आक्सीजन की मारामारी की नौबत नहीं आयेगी। सहायक प्रभागीय वनाधिकारी श्री जे पी सिंह जी ने सभी का आह्वान संदेश के माध्यम से कहा हमारा विभाग इस भयावहता को पहले ही भांप गया था इसलिए मुफ्त वनस्पतियों के बीज व पेड़ नर्सरियों से हर जगह उपलब्ध कराया जा रहा है व बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण व उनके तथा वन्य-जीवों के संरक्षण का काम तेजी से हो रहा है आनलाइन गोष्ठी आयोजित करने के लिए बधाई दी व बताया कि इस कोरोनावायरस काल में आज अपने आवास पर ही कई वृक्ष लगवाये व गोरान बनवाया।अंत म अध्यक्षता कर रहे एसोसिएशन अध्यक्ष ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए यूएन ओ के तीन लक्ष्यों को बताया व सभी का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।अंत में एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्री पाठक जी ने अपने विचार व सुझाव देते हुए सभी का आभार ज्ञापित किया।


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