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संवाददाता- मुकेश सोनी
म्योरपुर। आज के चकाचौंक भौतिक युग बनवासी सेवा आश्रम के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को गांधीजी की नई तालिम शिक्षण मिल रहा है। मृदुलभाषी व बच्चों के प्रिय शिक्षक ओंकार पाण्डेय का कहना कि बकुलिया के सभी बच्चे परिसर को सुन्दर बनाने के लिए मिलकर बागवानी लगाए हैं, जिसे मिलकर निगरानी करते हैं, पानी देते है। छोटे बच्चे भी कहते हैं कि फूलों से तितलियों को भोजन मिलता हैं। श्रमदान कर शिक्षक व बच्चे स्कूल- कक्षों को पुताई कर सुन्दर बना दिए है। शिक्षण पद्धति सहभागी व आपसी सहयोगी माध्यम अपनाते हैं। बाल सभा में खुद आयोजन कर समूह में बटकर बच्चे सवाल जबाब, अन्त्याक्षरी, अग्रेजी मीनिंग आदि करते है। बच्चे नियमित छुट्टी से पहले सामूहिक सर्व धर्म प्रार्थना करते हैं, प्रेरणादायक सामूहिक गीत गाते हैं। आश्रम के अन्य सभी समर्पित शिक्षक भी इसी तरह शिक्षण देने का प्रयास कर रहे हैं।