अर्पित दुबे करमा,
सोनभद्र। मुख्य सड़क मिर्जापुर -सोनभद्र जो कठपुरवा से पगिया तक जगह जगह उखड़ गई है।जिनकी गिट्टियां दोनों पटरियों पर एकत्रित हो कर दुर्घटना को आये दिन आमंत्रित करती जिसके कारण आये दिन लोग तेज रफ्तार गाड़ियों से बचने के चक्कर में पटरी पर जाते ही फिसल जाते हैं।वाइक फिसलने से लोग गिर कर चुटहिल हो जाते हैं।कभी कभी तो लोगों को अपने जान से हाथ धोने पड़ते हैं।बरसात काल में तो कुछ गलिमत थी।परन्तु अब तो चलने वाले वाइक सवार, साइकिल सवार व पैदल चलने वाले धूल धूसर हो जा रहे हैं।रफ्तार वाहनों के कारण सड़क पर से धूल उड़ती है, जगह जगह गिट्टियां उखड़ कर पटरियों पर जाती हैं, लोग भी बचने के कारण पटरियों पर जाते हैं बैलेंस खो देते हैं और गिर कर चोटहिल हो जाते हैं।कई बार सम्बन्धित अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया गया परंतु ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हो रही।भाजपा सरकार में सड़कों का जाल बिछाया गया है, अन्य जगहों की सड़कों का कायाकल्प हुआ है, परन्तु कठपुरवा से पगिया तक की मुख्य मार्ग अपने दुर्दशा पर आशु बहाने को विवश हो दुर्घटना को आमंत्रित करने के लिए तैयार है।जबकि इस मार्ग से शासन, प्रशासन के लोगों का तथा विधायक का आना जाना लगा रहता है।स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित कर सम्बंधित विभाग से पटरियों को साफ कराये जानें की मांग की है।