सोनभद्र-: पन्द्रह साल से अपने परिवार से बिछड़ा युवक पहुंचा घर, बेटे को देख झलके माता-पिता के आंसू

 सोनभद्र-: पन्द्रह साल से अपने परिवार से बिछड़ा युवक पहुंचा घर, बेटे को देख झलके माता-पिता के आंसू

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■ सुखविंदर सिंह ने पेश की मानवता की मिशाल

विशेष संवाददाता द्वारा

सोनभद्र। आज जहां लोग काम धंधे के दबाव में एक दूसरे के लिए समय नहीं निकाल पाते वहीं पंजाब पुलिस के एएसआई सुखविंदर सिंह बदेसा ने मानवता की एक बड़ी मिशाल पेश कर महान कार्य किया है। बताते हैं कि लगभग 15 वर्षों से अपने घर वालों से बिछड़े एक युवक को उसके परिजनों से रविवार को मिलवाया है। मामला जनपद सोनभद्र की ग्राम पंचायत बहुआर के चरघरवा टोला निवासी अमर सिंह गोंड़ के बड़े बेटा मुलायम सिंह गोंड़ का है। जानकारी के अनुसार पन्द्रह साल पहले मानसिक संतुलन खोने की वजह से मुलायम घर छोड़ कर कहीं चला गया और ना जाने कैसे पंजाब के अमृतसर शहर पहुंच गया था। वह ठेकेदार के अंडर में रहकर दिहाड़ी पर मजदूरी करता था । पंजाब से अपने साथ मुलायम सिंह गोंड़ को सोनभद्र लेकर आए एएसआई सुखविंदर सिंह बदेसा ने रविवार को बताया कि 10 फरवरी को मुलायम सिंह ठेकेदार के माध्यम से उनके अमृतसर घर पर काम करने आया था, इसी दौरान वह काम करते हुए मोबाइल पर सैड सांग सुन रहा था। इस पर सुखविंदर सिंह ने मुलायम से उसकी तकलीफ जानने की कोशिश की तो युवा मजदूर ने बताया कि उसके पिता का नाम अमर सिंह है और सोनभद्र , झारखंड बताया इसके अलावा गांव का नाम उसे नहीं मालूम था परंतु टोला चरघरवा का नाम याद था। इसी आधार पर सुखविंदर सिंह ने सोशलमिडीया का सहारा लेकर कई लोगों से बात किया लेकिन बेहतर रिस्पॉन्स नहीं मिला । सुखविंदर सिंह बदेसा ने हिम्मत नहीं हारी और सोनभद्र मे चरघरवा की तलाश करते हुए पूर्वांचल नव निर्माण मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गिरीश पाण्डेय का नंबर निकालकर उनसे बात की और पूरा वाकया बताया। जिसे गंभीरता से लेते हुए मंच के नेता गिरीश पाण्डेय ने मुलायम सिंह के घर की तलाश शुरु की जिसमें पत्रकार विनय सिंह चंदेल की भूमिका महत्वपूर्ण रही। दोनों ने पहले नगवां ब्लाक प्रमुख आलोक सिंह के माध्यम से नगवां क्षेत्र में पड़ताल की लेकिन सफलता ना मिलने पर मुलायम सिंह से फोन पर बात की । वार्ता के दौरान मुलायम से उसके घर के आसपास की लोकेशन पूछने पर पहाड़ी पर शंकर जी का मंदिर तथा मेला लगने की बात जब मुलायम ने बताया तो समझते देर ना लगा कि मामला कन्डाकोट पहाड़ी क्षेत्र का है। श्री पांडेय ने
अमौली के प्रधान सुरेश शुक्ला तथा बसौली के प्रधान अवधेश गुप्ता से बात की तो पता चला कि बहुआर गांव में चरघरवा टोला है। फिर क्या था प्रधान सुरेश शुक्ला मुलायम के घर पहुंचे और मुलायम के गायब होने की पुष्टी की ।

तदोपरांत सुखविंदर सिंह बदेसा अपने साथ मुलायम सिंह को लेकर हाय और रविवार दोपहर जब मुलायम सिंह अपने गांव घर पहुंचा तो भावुक माता-पिता की आंखें छलक पड़ी । इस मौके पर पूर्वांचल नव निर्माण मंच के महासचिव सूर्यकांत चौबे तथा पटवध के प्रधान मनोज दूबे ने कहा जो सुखविंदर सिंह बदेसा ने किया है वह मानवता की बड़ी मिशाल है। पंजाब से आये सुखविंदर सिंह बदेसा ने कहा मुलायम की घर वापसी में गिरीश पाण्डेय तथा विनय सिंह जी का बड़ा योगदान सोनभद्र से रहा है । यदि इनसे संपर्क ना होता तो पता नहीं मुलायम घर ना पहुंच पाता । वही 15 वर्षों से लापता युवक मुलायम को देखने के लिए उसके घर दिनभर बड़ी संख्या में लोगों का आना जाना लगा रहा।


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