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सोनभद्र कार्यालय
सोनभद्र। प्रदेश सरकार द्वारा पंचायती राज व्यवस्था लागू करके इसकी सफलता के लगातार दावे किए जा रहे है। कागजों पर पंचायती राज काफी कुछ ठीक ठाक नजर आता है। लेकिन जब ग्रामीण अंचल की ओर रुख किया जाता है। तो पंचायती राज की हकीकत स्पष्ट दिखाई देती है।सरपंच सचिव जनपद के अधिकारियों से सांठ गांठ करके ग्रामीणों के अधिकारी का किस तरह दोहन करते है और शासन की योजनाओं का बंदरबाट मिलकर कर लिया करते है।रविंद्र सिंह यादव प्रदेश सचिव अपना दल एस ने मुख्य विकास अधिकारी से बिल्ली मारकुंडी में बने तालाब,कूप निर्माण,प्रधानमंत्रीआवास ,शौचालय,सड़के व विद्यालय के सुंदरीकरण में जमकर शासन को चूना लगाया गया है। इन सब कार्यों में हुए घोटाले की जांच का मांग किया उन्होंने बताया कि बिल्ली मारकुंडी में जितने भी कार्य हुए हैं सभी दो नंबर के मटेरियल से निर्माण किए गए हैं विद्यालयों की स्थिति खराब है खड़ंजा रपटा में भी दो नंबर का मटेरियल यूज़ किया गया है खंडहर व जर्जर की स्थिति में पड़ी हुई है बिल्ली मारकुंडी के सेक्रेटरी सुनील पाल जी से भी मौखिक रूप से कहा गया था लेकिन उन्होंने बिल्ली मारकुंडी के ऊपर ध्यान नहीं दिए
सेक्रेटरी व प्रधान मिलकर के सरकार की छवि को खराब करने में तुले हैं जनता इनके कार्यों से असंतुष्ट व निराश है जिससे जनता में सरकार के लिए गुस्सा और नाराजगी का माहौल बन गया है क्षेत्र का उच्च लेवल के अधिकारियों से जांच करा कर के ऐसे सेक्रेटरी के ऊपर तत्काल कार्रवाई करने का कष्ट करें