सोनभद्र कार्यालय
पत्रकार राजन चौबे व यूथ आइकॉन सौरभ कान्त पति तिवारी के खिलाफ फर्जी एफआईआर कि रिपोर्ट दर्ज कराने को सीएमओ ने लिखा पत्र
राजन चौबे
सोनभद्र। युवा कल्याण एंव प्रान्तीय रक्षक दल विकास दल विभाग उत्तर प्रदेश शासन युवक मंगल दल सोनभद्र सौरभ कान्त पति तिवारी जिलाध्यक्ष जनपद सोनभद्र ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपती, अध्यक्ष राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भारत सरकार, विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व अध्यक्ष, लोक अदालत के अध्यक्ष, राज्यपाल, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, स्वस्थ मंत्री, मण्डलायुक्त विंध्याचल मण्डल, जिलाधिकारी सोनभद्र, पुलिस अधीक्षक सोनभद्र को पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि जनपद सोनभद्र में अज्ञात बुखार से लगभग 35 लोगों के मरने पर सवाल पूछने पर सीएमओं द्वारा फर्जी तहरीर दिए जाने को लेकर लोगो मे आक्रोश ब्याप्त है। गौरालब है कि सौरभ कान्त पति तिवारी निवासी ग्राम देवरी खुद पोस्ट-ऑइनी मिश्र, थाना राबर्टसगंज, जनपद-सोनभद्र जो कि उत्तर प्रदेश सरकार के यूथ आइकॉन के साथ-साथ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित संगठन युवक मंगल दल के विगत 2003 से निरंतर जिलाध्यक्ष है द्वारा सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का ग्रामीण अंचलों में लगातार प्रचार-प्रसार कर योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। युवाओं को नशाखोरी से दूर रखने के लिए नशामुक्ति अभियान, स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, शिक्षा जागरूकता अभियान, मतदाता जागरूकता अभियान, पशु पक्षियों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं में बिना किसी आर्थिक मदद के अपना अमूल्य योगदान दिया है। इनके द्वारा किये गए इसी कार्य के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने दो बार विवेकानंद यूथ अवार्ड और एक बार गुरु गोविंद सिंह एकता पुरस्कार और 2020 के राष्ट्रीय युवा उत्सव में मुख्यमंत्री द्वारा इन्हें प्रदेश सरकार ने यूथ आइकॉन बनाया था। वहीं जनपद सोनभद्र के म्योरपुर ब्लॉक के मकरा (संदूर) गांव में लगातार हो रही मौतों के बारे में अपने मित्र पत्रकार राजन चौबे (Jk24x7) न्यूज के जिला संवाददाता/जिला विधिक सेव प्राधिकरण में पैरालीगल वालिंटियर के पद पर है पुत्र अशोक कुमार चौबे निवासी- ग्राम-अमोखर पोस्ट- तेंदू थाना- राबर्ट्सगंज जनपद सोनभद्र के साथ सीएमओ से जानकारी लेने गए थे और युवक मंगल दल वहां पर क्या कर सकता है इसके बारे में पूछने गए थे। पत्रकार राजन चौबे ने लगातार हो रही मौतों के बारे में जब उनसे सवाल पूछना चाहा तो उन्होंने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। इसपर राजन चौबे सीएमओ आवास से बाहर चले गये और बाहर से रिपोटिंग करने लगे इतने में जनपद सोनभद्र में लगभग 17 वर्षों से तैनात वहीं म्योरपुर के मलेरिया निरीक्षक पी के सिंह जिनको अपने क्षेत्र में होना चाहिए लेकिन जहा मौते हो रही है वहां से लगभग 100 किलो मीटर दूर जिला मुख्यालय पर सीएमओ आवास पर सरकारी काम में उत्सुकता न दिखाते हुए सीएमओं की सेवा और आवभगत में लगे थे।
उन्होंने पत्रकार राजन चौबे को रिपोर्टिंग करने से रोक उनका कैमरा छीना झपटी की जिसकी सूचना पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री, स्वस्थ मंत्री उत्तर प्रदेश, जिलाधिकारी सोनभद्र, पुलिस अधीक्षक को दी गई और राजन के साथ हुए दुर्व्यवहार की खबर उनके चैनल पर चलने लगी तब सीएमओ ने द्वेष और बदले की भावना से दूषित होकर और अपनी कमियां छुपाने के लिए राजन चौबे और सौरभ कान्त पति तिवारी पर मंगठन्त आरोप लगाए हुए एक पत्र जारी कर अपने चहेते लोगो द्वारा वायरल कराया गया जिसका पत्रांक- मु0चि0अ0/न्यूज/संवाददाता/धमकी-दुर्ब्य0/2021-22/1153 दिनांक -24 नवम्बर 2021 को पुलिस अधीक्षक सोनभद्र, प्रदेश सरकार लखनऊ, स्वास्थ्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ, आयुक्त विंध्याचल मण्डल मीरजापुर, जिलाधिकारी सोनभद्र, यूरोचीफ jk24x7 न्यूज 44/10 बटलर कॉलोनी उत्तर प्रदेश लखनऊ 226001 को दी कि ये लोग गुडे है, जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया जान से मारने की धमकी दी और नशे में थे। बदले की भावना से और सोनभद्र में हो रही मौतों पर कोई भी पत्रकार या सामाजिक व्यक्ति सवाल न करे ये डर फैलाने के लिए सीएमओ ने यह मनगढ़नत कहानी रची। महोदस जी इस घटना से पूरा युवक मंगल दल आहत है और आक्रोशित भी क्योंकि जिसने अब तक पूरे जनपद में 5000 हजार लोगों को नशामुक्त किया हो उसे सीएमओ ने नशेड़ी शब्द से सम्बोधित किया और जिस व्यक्ति के ऊपर एक भी मुकदमा न हो उसे गुड़ा कहा गया। और एक ऐसा कानून एससी/एसटी एक्ट जिसे सरकार और न्यायालय ने गरीब शोषित और दबे कुचले लोगों के लिए बनाया है उसका सहारा इतने उच्च पद पर बैठा अधिकारी ले रहा है। कानून का गलत उपयोग ही अच्छे और सामाजिक लोगों को गलत रास्ते पर जाने पर मजबूर करता है महोदय सीएमओ और मलेरिया निरीक्षक पी के सिंह के इस कुकृत्य से प्रार्थी मानसिक रूप से पीड़ित हुए है और उनकी मानहानि हुई है। और जो कैमरा छीन रहा है और पत्रकार पर हमला करवा रहा है और उल्टा फर्जी तहरीर भी दे रहा है। निःसंदेह ऐसे सीएमओ नेम सिंह और मलेरिया निरीक्षक पी के सिंह से प्रार्थी के जान को भी खतरा है और प्रार्थी यह भी है कि प्रार्थी कोई भी नशा नहीं करता है मेरे ऊपर गलत कारोप लगाया गया है और मेरे मित्र राजन चौबे पर भी यही लगाया गया है। सबसे पहले जिस गांव में मौते हुई है उसकी निष्पक्ष जांच कराई जाए और जो भी जिम्मेदार हो उन्हें दंडित किया जाए तत्पश्चात सीएमओ द्वारा रची गई साजिश की भी निष्पक्ष जांच कराई जाए। क्योंकि जो गाली गलौज और गुंडागर्दी का आरोप लगा है वो जरूर सीसीटीवी में कैद हुआ होगा। इसलिए सीएमओ आवास के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कराई जाए अगर तिवारी जी और सीएमओं के बीच कोई भी वार्ता नहीं हुई है तो सरकार को और पुलिस को गलत तथ्य देने और गुमराह करने पर 420, 323, 504, 506 का मुकदमा उनके ऊपर पंजीकृत किया जाए। साथ ही मकरा गांव में जितनी भी मौत हुई है इन्हीं की लापरवाही से हुई है तो इसपर भी इनके ऊपर गैरइरादतन हत्या का मुकदमा पंजीकृत किया जाये। महोदय जी जितनी उत्सुकता और दिमाग सीएमओ साहब ने हम लोगों के ऊपर फर्जी और मनगढ़त आरोप लगाकर तहरीर देने में दिखाई अगर उससे आधा भी कोसिस उस गाव में हो रही मौतों को रोकने और वहां पर सुविधाएं मुहैया कराने से लगाते तो आज न जाने कितने मासूमों की जान बच गई होती। देश के चौथे स्तम्भ कहे जाने वाले पत्रकार पर हमला करने वाले और पत्रकार का कैमरा छिनने वाले तोड़ने की कोसिस करने वाले 17 वर्ष से जनपद में तैनात मलेरिया निरीक्षक के पूरे कार्यकाल की जांच कराई जाए और इन्हें यहां से गैर जनपद तबादला किया जाए। सरकार गलत करने वालों को कभी नहीं छोड़ते और हमारे जनपद में बहुत बड़ा अन्याय हो रहा है। इसलिए हम बहुत ही उम्मीद से आपको ये पत्र लिख रहे है जिसे आप खुद संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करें।