सोनभद्र-: रेणुकूट चेयरमैन ने 22 वर्षीय लडके का इलाज करवा दी नई जिंदगी

 सोनभद्र-: रेणुकूट चेयरमैन ने 22 वर्षीय लडके का इलाज करवा दी नई जिंदगी

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(सोनभद्र ब्यूरो कार्यालय)

● दी.दी हमे बचा लो यह शब्द था लडके का…..

रेणुकूट। दूसरों के प्रति नि:स्वार्थ सेवा का भाव रखना ही जीवन में कामयाबी का मूलमंत्र है। नि:स्वार्थ भाव से की गई सेवा से किसी का भी हृदय परिवर्तन किया जा सकता है। हमें अपने आचरण में सदैव सेवा का भाव निहित रखना चाहिए, जिससे अन्य लोग भी प्रेरित होते हुए कामयाबी के मार्ग पर अग्रसर हो सकें। सेवारत व्यक्ति सर्वप्रथम अपने, फिर अपने सहकर्मियों व अपने सेवायोजक के प्रति ईमानदार हो। सेवाभाव हमारे लिए आत्मसंतोष का वाहक ही नहीं बनता बल्कि संपर्क में आने वाले लोगों के बीच भी अच्छाई के संदेश को स्वत: उजागर करते हुए समाज को एक नई दिशा व दशा देने का काम करता है।

ऐसी ही एक समाजसेवी रेणुकूट में देखने को मिली जो निशा सिंह रेणुकूट चेयरमैन के नाम से जानी जाती है। रात हो या दिन एक फोन पर जनता के बीच खडी दिखती है, गुरुवार की भोर रेणुकूट वार्ड न.3 से एक फोन आता है निशा दी,दी हमको बचा लो यह शब्द था बिमारी से जूझ रहे लडके का, यह सुन चेयरमैन खुद को रोक नही पाई और पुछा क्या हुआ भैया 22 वर्षिय कमलेश कहता है मेरी तबियत पिछले कई दिनो से खराब है आज रात्रि ज्यादा खराब हो गयी है दी दी हमे बचा लिजिए, इस बात पर चेयरमैन ने तत्काल अपना टीम भेज उस बच्चे का इलाज हेतु हिण्डालको हास्पिटल में भर्ती करया, जहां उसे उचित इलाज मिलना शुरू हो गया। इस सेवाभाव से वार्ड न.3 की जनता ने ऐसी समाजसेविका को हरदम अपने बीच बने रहने की बाते कही।


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