सोनभद्र से मिथिलेश द्विवेदी की रिपोर्ट
सोनभद्र। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान लखनऊ द्वारा 2020 में प्रकाशित पुस्तकों के लिए विभिन्न विधाओं में नामित एवं सर्जना पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। जनपद सोनभद्र की युवा लेखिका पद्मिनी श्वेता सिंह की पुस्तक ‘नदीश्वरी गंगा’ को ‘राष्ट्रीय एकता एवं भावनात्मक समन्वय सम्बन्धी साहित्य’ के अन्तर्गत ‘नज़ीर अकबराबादी पुरस्कार’ के लिए चयनित किया गया है। यह पुरस्कार अतिशीघ्र उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के यशपाल सभागार में आयोजित होगा, जहाँ मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ चालीस सहस्र नकद धनराशि, सम्मान-पत्र एवं अंगवस्त्र भेंट कर उन्हें सम्मानित करेंगे।
बताते चलें कि पिछले वर्ष ‘देवगढ़ की सांस्कृतिक विरासत’ के लिए लेखिका को 75 हज़ार रुपये का ‘महादेवी वर्मा नामित पुरस्कार’ मिल चुका है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पद्मिनी श्वेता सिंह उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा पुरस्कृत विन्ध्याचल मण्डल की प्रथम लेखिका हैं। जिन्हें दूसरी बार उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। श्वेता सिंह को उनकी पुस्तक के लिए सम्मानित किए जाने की घोषणा से सोनांचल के साहित्यकारों पंडित रमाशंकर पांडेय ‘विकल’, डॉ परमेश्वर दयाल श्रीवास्तव ‘पुष्कर’, डॉ जितेंद्र कुमार सिंह ‘संजय’, राकेश शरण मिश्रा, ईश्वर विरागी, सरोज कुमार सिंह, भोला नाथ मिश्रा आदि ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई दी है।