किशन पाण्डेय/सोनभद्र
-3200 आध्यात्मिक धर्म ग्रंथों की रचना कर चुके हैं आचार्य।
-देश-विदेश मे हजारों गायत्री शक्तिपीठ है संचालित।
-स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है वेद मूर्ति आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा का।
सोनभद्र। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में विश्व स्तर पर ब्रह्मर्षि के रूप पहचाने जाने वाले, प्रख्यात दृष्टा, ऋषि, संत, गायत्री महामंत्र को जन-जन तक पहुंचाने वाले, महान समाज सुधारक देश- विदेश में गायत्री शक्तिपीठ, नव युग निर्माण योजना, गायत्री महामंत्र बहु प्रचारित करने वाले,महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, 3200 आध्यात्मिक, धार्मिक, कृतियों के कृतिकार, सामाजिक अंधविश्वास, कुरीतियों का बहिष्कार करने वाले नारियों के मान- सम्मान की रक्षा के लिए विश्व में अलख जगाने वाले, सनातन धर्म की पताका विश्व भर में फहराने वाले, अखिल भारतीय गायत्री परिवार के संस्थापक, वेद मूर्ति आचार्य पंडित श्री राम शर्मा को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से विभूषित करने की मांग वरिष्ठ साहित्यकार इतिहासकार, पत्रकार, रामायण कल्चर मैपिंग योजना के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर, संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के विशेषज्ञ, विंध्य संस्कृति शोध समिति उत्तर प्रदेश के संस्थापक/ निदेशक दीपक कुमार केसरवानी ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी से स्नेह पत्र के माध्यम से मांग किया
श्री केसरवानी संपूर्ण देशवासियों, विदेशों में रहने वाले भारतवंशियों से अपील किया कि हर व्यक्ति पत्र, सोशल मीडिया के माध्यम से देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी से वेद मूर्ति आचार्य पंडित श्रीराम शर्मा को भारत रत्न की उपाधि से विभूषित करने का विनम्र आग्रह करे साथ ही साथ गायत्री परिजन हस्ताक्षर अभियान भी चलाए।