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सोनभद्र ब्यूरो कार्यालय
रेणुकूट। एक ओर जहां हिंडाल्को ने अपनी कार्यप्रणाली के जरिये औद्योगिक क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है, वहीं दूसरी ओर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन हेतु भी प्रतिबद्ध रहा है। इसी क्रम में हिंडाल्को ग्रामीण विकास विभाग द्वारा एन.एस.वी. तकनीक से किये जाने वाले पुरुष नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया।
उक्त शिविर का उद्घाटन आदित्य बिरला रूरल टेक्नोलॉजी पार्क में मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोनभद्र- डॉ रमेश सिंह ठाकुर द्वारा किया गया। शिविर में विकासखंड म्योरपुर एवं बभनी से आए 21 पुरुषों की नसबंदी बिना चीरा -टांका के एनएसवी विधि से की गई। इसके साथ ही जिले से आए विभिन्न चिकित्सा अधिकारियों के लिए एनएसवी शल्य चिकित्सा प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण शिविर एवं नसबंदी शिविर का आयोजन किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ से आए स्टेट ट्रेनर (यूपी एवं उत्तराखंड) डॉ एन. एस. डसीला, हिंडालको ग्रामीण चिकित्सा सेवाओं के प्रमुख डॉ डी. पी. सक्सेना के निर्देशन में किया गया। प्रशिक्षण शिविर में चोपन से आए डॉ. विद्यानंद त्रिपाठी, घोरावल से गौरव सिंह, म्योरपुर से डॉ. राजन सिंह तथा चोपन के ओटी टेक्नीशियन शशांक ने प्रतिभाग किया।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सराहना करते हुए कहा कि हिंडाल्को का सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में अहम योगदान रहता है। इसके साथ ही उन्होंने सभी लाभार्थियों को इस विधि द्वारा नसबंदी के फायदों के बारे में बताया साथ ही सभी को अपने -अपने क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा पुरुष नसबंदी कराने हेतु प्रेरित करने के लिए कहा।
अंत में हिंडाल्को ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख अभिजीत ने डॉ. डसीला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोनभद्र- डॉ रमेश सिंह ठाकुर को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि हिंडालको ग्रामीण विकास विभाग लगातार आगे भी इस प्रकार शल्य चिकित्सा शिविरों का आयोजन करता रहेगा।
हिंडालको ग्रामीण विकास विभाग के अनुनय कुमार ने सभी चिकित्साकर्मियों तथा लाभार्थियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। शिविर में राजेश सिंह, चंद्रपाल, शम्भूलाल विश्वकर्मा, ललिता देवी ,रूबी गुप्ता आदि का विशेष योगदान रहा।