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किशन पाण्डेय/सोनभद्र

रेणुकूट। हिण्डाल्को ऑडिटोरियम में लैंगिक संवेदनशीलता विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ हिण्डाल्को के सीओओ श्री एन. नागेश एवं मानव संसाधन प्रमुख जसबीर सिंह के सम्बोधन के साथ हुआ। कार्यशाला में कुल 55 वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभाग किया जहां मुंबई से आए प्रशिक्षक रमनीरामनाथन एवं उनकी धर्मपत्नी इंदु रमनीरामनाथन ने बड़े ही रोचक ढंग से लैंगिक संवेदनशीलता एवं लैंगिक समानता विषय पर जानकारी दी।
इस दौरान श्री नागेश ने अपने उद्बोधन में कहा कि कंपनी में सुदृढ़ व्यवस्था बनाए रखने के लिए लैंगिक संवेदनशीलता के प्रति आप सभी को को सजग रहना होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी विषय को सामाजिक दृष्टि से देखना आवश्यक है ताकि समाज के भीतर जेंडर एम्पावरमेंट लाया जा सके। कार्यस्थल पर सभी को लैंगिक समानता के परिपेक्ष्य में निष्पक्षता के साथ भूमिका निभाना आवश्यक है। संविधान में महिलाओं एवं पुरूषों को समान अधिकार दिये गये हैं जिसे हमें अमल में लाना चाहिये। वहीं श्री जसबीर सिंह ने कहा कि लैंगिक समानता को निष्पक्ष रूप से अमल में लाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। आज महिलाएं पुरुषों के साथ कन्धे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। बड़ी- बड़ी कंपनियों में उच्च पजों पर आज महिलाएं ही आसीन हैं। ऐसे में महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा डिसीजन मेकिंग में शामिल किये जाने की ज़रूरत है जिससे कंपनी को और ऊंचाई पर ले जाने में मदद मिल सके। सत्र के दौरान अनेक विषयों पर चर्चा हुई जिसमें- लीडरशिप, नॉलेज शेयरिंग, लीडरशिप इफेक्टिवनेस, अवेयरनेस बिल्डिंग, इमोशनल इंटेलिंजेंसी, कम्युनिकेशन पर विशेष बल दिया गया।