सोनभद्र कार्यालय
सोनभद्र। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश के बावजूद भी जिले में चारों ओर अवैध क्लीनिक व पैथोलॉजी डायग्नोस्टिक सेंटर धड़ल्ले से स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की सह पर खुले हुए हैं। फर्जी डॉक्टरों व नीम हकीमों पर कार्रवाई की बात सिर्फ दिखावा किया जा रहा। आए दिन इन फर्जी अस्पतालों व क्लिनिको में किसी न किसी मरीजों की मौत भी हो रही है। फर्जी तरीके से खुले पैथोलॉजी सेंटरों में भ्रूण लिंग परीक्षण भी धड़ल्ले से किया जा रहा है। बिना (बी फार्मा) व (डी फार्मा) किए हुए लोग मेडिकल पर दवा दे रहे हैं। जिलाधिकारी सोनभद्र चंद्र विजय सिंह के सख्त आदेशों के बावजूद भी जिले में खुलेआम अवैध अस्पताल व क्लीनिक पैथोलॉजी सेंटर धड़ल्ले से चल रहे हैं शासन प्रशासन के कड़ा रुख जिले में होने के बावजूद भी दाल में कुछ काला समझ में आ रहा है आखिर जिलाधिकारी के आदेशों की अवहेलना क्यों किया जा रहा है, किसके सह पर हो रहां यह कार्य। भले ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का दावा कर रहे हो मगर सोनभद्र जिले में जिस तरह से अवैध अस्पताल झोलाछाप डॉक्टर पैथोलॉजी सेंटर व मेडिकल स्टोर संचालित हो रहा है यह चिंता का विषय बनता जा रहा है सोनभद्र में जिला अधिकारी के द्वारा निदेशानुसार जिले में अबैध रुप तरीके से संचालित झोलाछाप डॉक्टरों एवं क्लिनिक पैथोलॉजी को बन्द करने व कार्यवाही खाएं जाने के क्रम में झोलाछाप के नोडल अधिकारी गुरु प्रसाद के द्वारा लगातार छापेमारी जारी है और कई अबैध अस्पताल क्लीनिक पैथोलॉजी को बन्द कराया गया लेकिन फिर भी वही ग्रामीण डाक्टर द्वारा कुछ दिनों के बाद क्लीनिक को धड़ल्ले से खोलकर ग्रामीण क्षेत्र की जनता से लूट मचाए हैं वही आरटीआई कार्यकर्ता कमलेश पांडेय ने स्वास्थ्य मंत्री उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार आदरणीय पाठक जी को पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की है।