(सोनभद्र कार्यालय)
– ग्राम पंचायत की सभी भूमि अतिक्रमण की चपेट में
– प्रार्थना पत्र देने पर टालमटोल में जुटे अधिकारी
– 2012 से अब तक नहीं हो पाई कार्यवाही
सोनभद्र। जनपद सोनभद्र की आज सरकारी भूमि ज्यादातर ग्राम पंचायतों की अतिक्रमण की चपेट में है जैसा कि मैं आपको जानकारी देना चाहूंगा ऐसा कोई ग्रामपंचायत नहीं होगा जहां पर ग्राम पंचायत के ही दबंगों द्वारा जनता उपयोग में आने वाली भूमि किसी एक व्यक्ति के अधिकार में रहकर सिमट गई है ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जनपद सोनभद्र के सदर विकास खंड रावटसगंज के ग्राम पंचायत देवरी खुर्द में अतिक्रमणकारियों का हौसला बुलंदियों को छूता नजर आ रहा है यानी ऐसा कहा जा सकता है कि इनके सामने शासन-प्रशासन मुख दर्शक बन तमाशा देख रही है ग्रामीणों द्वारा 2012 से निरंतर देवरी खुर्द गांव के ग्रामीण प्रयासरत हैं कि कभी शासन में बैठे हुक्मरानों की एक नजर हमारे भी ग्राम पंचायत में पड़ जाए जिससे बच्चों को खेलने के लिए पशुओं को चरने के लिए और शव को दाह संस्कार करने के लिए मृतक पशुओं को फेंकने के लिए आदि जो भूमि सरकारी है उसे पूरी तरीके से अतिक्रमण मुक्त हो सके जनहित में लोगों को इसका फायदा हो सके लेकिन आज शासन में बैठे हुक्मरानों से कहीं ज्यादा ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अतिक्रमणकारियों का बोलबाला नजर आ रहा है ग्रामीणों द्वारा समस्त सूचनाओं को निरंतर समाचार पत्रों में भी प्रकाशन कराया जा रहा है लेकिन जिला प्रशासन द्वारा आज तक बस कागजी कार्यवाही तक ही सिमटा रहा
वर्ष 2013 में हटाया गया था कुछ अतिक्रमण
जी आपको बताना चाहेंगे कि वर्ष 2013 में सदर तहसीलदार द्वारा गांव के शमशान भूमि पर से अतिक्रमणकारियों को खदेड़ा गया था लेकिन उस समय भी खेल का मैदान चारागाह और मृतक पशुओं को फेंकने की जमीन आदि को खाली नहीं कराया गया था।
सीना ताने खड़े अतिक्रमणकारी
अतिक्रमणकारियों का हौसला इतना बुलंद है कि अगर गांव का कोई भी ग्रामीण अतिक्रमण को लेकर के विरोध करता है तो अतिक्रमणकारियों द्वारा ग्रामीणों को धमकी दी जाती है की जाओ हमारा जो बिगाड़ना है बिगाड़ सकते हो हमें कोई भी असर नहीं है और ग्रामीणों को फर्जी मुकदमे में फसाने की धमकी भी देने में कोई कसर नहीं छोड़ते।
इंसेड
इस प्रकरण की जानकारी जब सदर तहसीलदार रावर्टसगंज को सेल फोन के द्वारा जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उनका फोन कवरेज क्षेत्र के बाहर रहा।