प्रयागराज। क्षेत्र के बालदगंज फ्लाई ओवर ब्रिज पर रेलवे और रीवां हाईवे की सड़क के बीच पूर्वी हिस्से में सपोर्टिंग दीवार बनाते समय शुक्रवार शाम को सड़क के हिस्से की मिट्टी भरभरा कर बैठ गई। जिसमें नीचे काम कर रहे तीन मजदूर दब गए। आनन-फानन में तीनों को बाहर निकाला गया। तब तक में एक की मौत हो चुकी थी। दो को गंभीरावस्था में स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके घरवालों को सूचना दे दी गई है।
बादलगंज फ्लाई ओवर ब्रिज के दाहिने और बाएं तरफ रेलवे पुल से जुड़ने वाले हिस्से के पास अक्सर मिट्टी बैठने की वजह से गड्ढे हो जाते थे। जिसे रोकने के लिए पूर्वी हिस्से में नीचे से गड्ढा बनाकर उसके सहारे सर्पोटिंग दीवार बनाई जा रही थी।इसके लिए हाईवे के ठेकेदार से राम नैवाज (26) पुत्र राम बहादुर निवासी सहगोई, सौरिक, कनौज ने पेटी कांट्रेक्टर के रूप में ठेका लिया था।
वह अपने गांव से पांच लड़कों हिमांशु (28), उसके भाई सुरजीत (26) पुत्र जयवीर, अमित कुमार, जेंडर व मंजे को लेकर काम करने आया था। शुक्रवार को वह पांचों साथियों के साथ नीचे से सपोर्टिंग दीवार का निर्माण कर रहे थे। लापरवाही ये थे कि न तो ट्रैफिक रोका गया था और न ही डायवर्ट किया गया था, जिसकी वजह से फ्लाई ओवर से वाहनों का आना जाना लगा था। वाहनों की आवाजाही की ही वजह से शाम को करीब चार बजे ऊपर की मिट्टी भरभरा नीचे गिर गए। जिसमें गड्ढे में काम कर रहे रामनेवाज, हिमांशु और सुरजीत दब गए। उन्हें दबा देख ऊपर मौजूद अमित आदि ने शोर मचाया तो आस-पास के लोग दौड़े। हाईवे वालों को पता चला तो जेसीबी मंगाकर तत्काल माटी हटाई गई। हिमांशु और सुरजीत तो पहले निकल आए लेकिन रामनेवाज ज्यादा नीचे था, इसलिए उसे जेसीबी से निकालना संभव नहीं था।इसलिए लोगों ने फावड़े से मिट्टी हटाकर उसे निकाला, जिसमें करीब एक घंटे का समय लग गया। जिसकी वजह से रामनेवाज की मौत हो गई। पुलिस ने दोनों घायलों को उपचार के लिए एसआरएन अस्पताल भेज दिया और रामनेवाज के शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। उसके घरवालों को भी सूचना दे दी गई है। पुलिस का कहना है कि परिजनों के आने के बाद शनिवार को उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा। इस दौरान वहां अच्छा खासा मजमा लगा रहा। सीओ करछना आशुतोष तिवारी ने बताया कि परिजनों को सूचना दे दी गई है। मृतक व घायलों को मुआवजा दिलाया जाएगा।