इस अवसर पर नवदुर्गा रूपी नौ नन्हीं कन्याओं को भोग लगाकर आशीर्वाद मांगा
दुद्धी/सोनभद्र। विंढमगंज थाना क्षेत्र में शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन यानि की नवमी पर क्षेत्र के मंदिरों पंडालों में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ दिखा । अलग अलग स्थानों पर पण्डालों में भक्तों की भीड़ उमड़ी। वहीं, घरों में नन्ही नवदुर्गा रूपी कन्न्याओं को हलुआ पुरी तथा कई तरह का भोजन कराकर श्रद्धालुगण उनका आशीरव॑द ले रहे थे। विंढमगंज में स्थापित काली मंदिर, राममंदिर, शिव मन्दिर सहित तमाम मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रही । मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रात्रि 8 बजे से बढ़ती ही जा रही थी। आरती के बाद भंडारे में श्रद्धालुओं की तांता लगी रही वहीं मंदिरों के अलावा अन्य जगहों में देवी पंडालों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था । पुरूष और महिला श्रद्धुलुओं की अलग अलग लाइन बनायी गई थी तांकि कोई भी भक्त मां के दर्शन किए बिना न जा सकें। वही मां काली पीठ मंदिर के प्रांगण में दुर्गा पूजा समिति के नेतृत्व में नंदलाल केसरी एवम् रविशंकर जयसवाल की ओर से राधा कृष्ण शंकर पार्वती तथा कई तरह की झांकी प्रस्तुति कराया गया तरफ भक्ति का माहोल था !
काली मंदिर के प्रधान पुजारी मनोज तिवारी और राजू तिवारी ने बताया कि शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिन है और इस दिन मां दुर्गा की 9वीं शक्ति सिद्धिदात्री देवी की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गई । मां दुर्गा के सिद्ध और मोक्ष देने वाले स्वरूप को मां सिद्धिदात्री कहा जाता है, इनकी पूजा करने से सभी कार्य सिद्ध होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि नवरात्रि के आठ दिन मां दुर्गा की आराधना करने वालों को मां नौंवे दिन सभी की मनोकामना पूरी करती हैं। देव, दानव, ऋषि-मुनि, यक्ष, किन्नर, साधक और गृहस्थ आश्रम में जीवनयापन करने वाले भक्त मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना करते हैं। इनकी पूजा करने से बल यश और धन की प्राप्ति होती है।