विक्की यादव/रेणुकूट
रेणुकूट। हिण्डाल्को रेणुकूट में श्री रामलीला मंचन के द्वितीय दिवस का शुभारम्भ प्रोजेक्ट विभाग के प्रमुख श्रीमती एवं श्री विनोद ठाकुर व लीगल विभाग के प्रमुख श्रीमती व श्री विवेक कुमार ने श्री गणेश जी की पूजा कर किया। रामलीला के दूसरे दिन का प्रसारण शाम 7 बजे यूट्यूब के माध्यम से किया गया।
रामलीला के दूसरे दिन प्रमुखा से सीता प्रादुर्भाव का मंचन किया गया जिसके अंतर्गत श्री हरि विष्णु जी, अयोध्या के राजा दशरथ व माता कौशल्या के यहां पुत्र के रूप में प्रगट हुए। जनकपुर में घोर अकाल पड़ने के कारण दरिद्र किसान राजा जनक से अपनी दुर्दशा की व्यथा सुनाते हैं, जनक जी किसानों को साथ लेकर अपने कुलगुरु, श्री सतानन्द जी पास जाते हैं तथा किसानों के कष्ट का निवारण पूछते हैं। सतानन्द जी ने उपाय बताया कि राजा स्वयं हल चलाएं तो देश की उन्नति व वर्षा होगी। जनक जी स्वयं खेतों में हल जोतते हैं और एक स्थान पर हल रुक जाता है तथा घनघोर ध्वनि के साथ भूमि से एक सिंघासन कन्या भूमिजा को लेकर प्रगट होता है। उस कन्या को राजा जनक गोद में लेकर, अपनी पुत्री मान लेते हैं तथा उसे सीता नाम देते हैं।