नमामि गंगे परियोजना के अधिकारी चहेतों के प्राइवेट वाहनों से करते हैं सफर ।।
रामप्रवेश गुप्ता बीजपुर
बीजपुर(सोनभद्र)। भारत सरकार की महत्वपूर्ण नमामि गंगे परियोजना हर घर जल नल योजना में कार्यरत कर्मचारी व अधिकारी टैक्सी वाहनों का उपयोग करने की बजाय सस्ते के चक्कर मे प्राइवेट वाहनों को किराए पर कार्य मे लगा कर सफर करने में लगे हुए हैं जिसके कारण राज्य सरकार के परिवहन विभाग को राजस्व की बड़े पैमाने पर चोरी करने की जानकारी बताई जा रही है। बताया जाता है कि कार्यदायी संस्था ने झीलों बीजपुर पेयजल परियोजना के अधिकारियों कर्मचारियों को साइड पर आने जाने के लिए दर्जनों प्राइवेट स्कार्पियो और बोलेरो को किराए पर लगा रखा है जब कि सरकारी कार्य के लिए टैक्सी परमिट वाली गाड़ियों को ही किराए पर रखने का नियम सरकार ने बनाया है।सुरक्षा मानक को ताक पर रख कर प्राइवेट वाहनों से बिभिन्न साइड से लेकर सैकडो गाँवों तक के सफर में कोई दुर्घटना होती है तो उस परिस्थिति में कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर, साइड इंचार्ज, मैनेजर, सर्वेयर आदि अधिकारियों कर्मचारियों को इंश्योरेंश विभाग से कोई लाभ नही होगा ।बताया जाता है कि कम्पनी के कर्ताधर्ता की लापरवाही और निजी वाहन स्वामियों की सेटिंग गेटिंग के कारण राज्य सरकार के परिवहन विभाग को राजस्व का भारी चुना लगाया जा रहा है।मिली शिकायत पर गौर करें तो पाइप लाइन की खुदाई में लगी दर्जनों जेसीबी मशीन के इंश्योरेंश और परमिट टैक्स फेल होने के बावजूद उनसे कार्य कराया जा रहा है तो चार चक्का कुछ वाहनों के इंश्योरेंश फेल रहने के बाद भी अधिकारी उस मे सफर करते हैं।लोगों ने परिवहन विभाग से संस्था में संचालित वाहनों मशीनों के कागजात की जांच और कार्रवाई की मांग किया है।