सोनभद्र कार्यालय
सोनभद्र। शासन की मन्शा के अनुरूप नये सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन शनिवार को किया गया। मुख्य सम्पूर्ण समाधान दिवस‘ के मौके पर आये मामले को निस्तारित करने के साथ ही ग्राम पंचायत स्तरीय व क्षेत्रीय अधिकारियों व कर्मचारियों की अधिकाधिक प्रकरणों का निस्तारण गुणवत्ता पूर्ण तरीके से करने के निर्देश जिलाधिकारी टीके शिबू ने देते हुए कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में ज्यादातर मामले जमीन विवाद के हैं, लिहाजा क्षेत्रीय राजस्व कर्मी स्वतः संज्ञान लेकर आपसी विवाद के मामलों का निस्तारण कराना सुनिश्चित करें। किसी भी हाल में किसी भी छोटे मामले को पनपने का मौका न दें, कि वह बड़ा विवाद का कारण न बन सके। लिहाजा स्थानीय स्तर पर जमीनी मामले को लेखपाल, राजस्व निरीक्षक व पुलिस कार्मिक स्वयं अपना दायित्व मानते हुए प्रकरणों का निस्तारण करायें।
जिलाधिकारी टीके शिबू व पुलिस अधीक्षक डाॅ अमरेन्द्र प्रसाद सिंह व उप जिलाधिकारी सदर राजेश कुमार सिंह ने राबर्ट्सगंज में मौजूद जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे सम्पूर्ण समाधान दिवसों व कार्यालय दिवसों में प्राप्त मुलाकाती जन शिकायतों का तत्काल गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण करना सुनिश्चित करें, जिससे जिले स्तर पर कम से कम जन शिकायतें प्रस्तुत हों। जिलाधिकारी ने सभी कार्यालयाध्यक्षों का दायित्वबोध कराते हुए कहा कि वे संजीदगी के साथ जन समस्याओं का निस्तारण करें। उन्होंने लम्बित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए तीन दिनों के अन्दर लम्बित प्रकरणों को निस्तारित करने के निर्देश सम्बन्धितों को दिया।
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जिलाधिकारी ने पाया कि सोढ़ा गांव के पंचायत सचिव द्वारा शौचालय स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण/स्वच्छ शौचालय योजना के क्रियान्वयन में अनियमितताएं की गयी है। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देशित किया कि अनियमितता करने वाले सोढ़ा ग्राम पंचायत के पंचायत सचिव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए कार्यवाही की जाय और यदि विभागीय कार्यवाही नहीं की गयी है, तो विभागीय कार्यवाही कराते हुए 30 दिनो के अन्दर अनियमिता के प्रकरणों का निस्तारण सुनिश्चित की जाय। राकी गांव में बार-बार अनुरोध करने के बावजूद लेखपाल द्वारा पैमाइस न करने पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश सम्बन्धित को दियें। जिलाधिकारी ने कहा कि रौप गांव में अवैध कब्जे की शिकायत मिली है, जिसका निस्तारण तत्परता के साथ की जाय और सम्बन्धित अधिकारियों के दायित्वों का भी निस्तारण किया जाय।
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इस अवसर पर, कुल 90 शिकायतें सुनते हुए मौके पर ही 03 मामलें निस्तारित हुए। 06 टीमें बनाकर भेजी गयी और टीमों द्वारा भी 06 मामले निस्तारित किये गये। इस प्रकार कुल 09 मामले निस्तारित हुए और बाकी 81 मामले एक सप्ताह के अन्दर निस्तारित करने के निर्देश सम्बन्धितों को दियें। मुख्य तहसील सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के साथ ही उप जिलाधिकारी सदर राजेश कुमार सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी राजकुमार त्रिपाठी, तहसीलदार बीके वर्मा, जिला स्तरीय अधिकारीगण आदि मौजूद रहें।
इसी तरह घोरावल मे ‘सम्पूर्ण समाधान दिवस‘अपर जिलाधिकारी राकेश सिंह की अध्यक्षता में हुआ। अपर पुलिस अधीक्षक डाॅ राजीव कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी घोरावल प्रमोद कुमार तिवारी ने 70 फरियादियों के दुःख-दर्द को सुना और मौके पर 04 मामले निस्तारित किये। उन्होंने 04 टीमें बनाकर क्षेत्रों में निस्तारण के लिए भेजी इनके द्वारा 04 प्रकरण निस्तारित किये गये। इस प्रकार कुल 08 प्रकरण निस्तारित किये गये, बाकी बचे 62 प्रकरणों को समयबद्ध तरीके से निस्तारित करने के निर्देश सम्बन्धितों को दिये।
इसी तरह दुद्धी तहसील में उप जिलाधिकारी रमेश कुमार की अध्यक्षता में ‘सम्पूर्ण समाधान दिवस‘ हुआ। इस दौरान पुराने लम्बित प्रकरणों के निस्तारण की गुणवत्ता के बनाये रखने की ताकीद करते हुए मौजूद कार्मिंको को लम्बित मामलों को निस्तारित करने की ताकीद की गई। उप जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद तहसील स्तरीय अधिकारियों का दायित्वबोध कराते हुए सम्बन्धित समस्याओं को मौके पर निस्तारित करने के निर्देश दिये। उन्होंने मौके पर 26 मामलों को सुनते हुए मौके पर 01 मामलों को निस्तारित किये। इसके बाद 03 टीम बनाकर क्षेत्र में जाकर जमीनी हकीकत के मुताबिक निस्तारण के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों के टीमों को भेजा। भेजी गयी टीमों द्वारा 03 मामला का निस्तारण मौके पर जाकर किया गया, इस तरह कुल 04 मामले निस्तारित किये गये। बाकी बचे 22 मामलों को औपचारिकताओं को पूरा करते हुए समयबद्ध तरीके से निस्तारित करने के निर्देश दिये गये।
इसी तरह ओबरा तहसील में मुख्य विकास अधिकारी डाॅ अमित पाल शर्मा की मौजूदगी में सम्पूर्ण समाधान दिवस हुआ। इस मौके पर उप जिलाधिकारी ओबरा जैनेन्द्र सिंह, तहसीलदार ओबरा सुनील कुमार ने पुराने लम्बित प्रकरणों के निस्तारण की गुणवत्ता के बनाये रखने की ताकीद करते हुए मौजूद कार्मिको को लम्बित मामलों को निस्तारित करने की ताकीद की। मुख्य विकास अधिकारी डाॅ अमित पाल शर्मा ने मौके पर मौजूद तहसील स्तरीय अधिकारियों को समय-सीमा के अन्दर निस्तारित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कुल 28 मामलों को सुनते हुए मौके पर 03 मामलों को निस्तारित किये। इसके बाद सीडीओ ने 05 टीम बनाकर क्षेत्र में जाकर जमीनी हकीकत के मुताबिक निस्तारण के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों के टीमों को भेजा। भेजी गयी टीमों द्वारा 05 मामला का निस्तारण मौके पर जाकर किया गया, इस प्रकार कुल 08 मामले निस्तारित किये गये। बाकी बचे 20 मामलों को औपचारिकताओं को पूरा करते हुए समयबद्ध तरीके से निस्तारित करने के निर्देश दिये गये।